चोरी की बाइक पर पुलिस हुई सवार, 2016 से चोरी की घटना का आजतक नहीं हुआ खुलासा

Update: 2023-02-16 10:30 GMT

गंगानगर: भावनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम स्याल निवासी चंद्र पाल पुत्र जिले सिंह ने बताया कि अप्रैल 2016 में उनके भाई सुंदर सिंह निवासी जे ब्लॉक गंगानगर उनकी स्प्लेंडर बाइक अपने घर गंगानगर लेकर आ गया था। सुंदर अपनी रिश्तेदारी में एक विवाह समारोह में शामिल होने परिवार सहित गया था। गंगानगर मकान पर ताला लगा हुआ था।

बदमाशों ने मकान का ताला तोड़कर घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। जिसमें चोर घर का कीमती सामान जेवरात कैश और स्प्लेंडर बाइक चोरी करके ले गए थे। जिसका मुकदमा सुंदर सिंह ने गंगानगर थाने में दर्ज कराया था। ना तो वर्ष 2016 से चोरी की घटना का खुलासा हुआ था और ना ही पुलिस ने बाइक बरामद की थी।

बुधवार को सुंदर का भतीजा विपिन दिल्ली से परीक्षा देकर रोडवेज बस से लौट रहा था। इस दौरान जैसे ही विपिन भैंसाली बस स्टैंड पर उतरा तो रोडवेज बस स्टैंड के पास बने ट्रैफिक बूथ के बाहर खड़ी लाल स्प्लेंडर बाइक पर विपिन की नजर पड़ी जिस पर ट्रैफिक पुलिस का होमगार्ड सतेंद्र पुत्र रामचंद्र निवासी कसेरु बक्सर बैठा हुआ था। विपिन ने स्प्लेंडर देखकर पहचान कर ली।

इसके बाद विपिन ने होमगार्ड सत्येंद्र से बाइक की जानकारी की तो होमगार्ड ने विपिन के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। विपिन ने इसकी सूचना अपने भाई मयंक और पिता चंद्रपाल को भी इसके बाद विपिन के पिता और भाई बाइक के कागज और तहरीर रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे और होमगार्ड को बाइक सहित गंगानगर थाने ले गए। गंगानगर पुलिस ने जब रिकॉर्ड में एफआईआर की जांच की।

बाइक के चेचिस नंबर का मिलान किया तो बाइक चंद्रपाल की निकली जोकि अप्रैल 2016 में गंगानगर से चोरी हुई थी। जिसके बाद पुलिस होमगार्ड को खुद थाने से ही छोड़ने की फिराक में लग गई। पीड़ित चंद्रपाल ने जब विरोध किया और थाने में हंगामा किया तो पुलिस ने सत्येंद्र से पूछताछ की। होमगार्ड ने बताया कि यह बाइक मैंने पुलिस विभाग में होमगार्ड संजय से खरीदी है।

गंगानगर एसएचओ ने संजय को भी थाने बुला लिया। संजय से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मैंने यह बाइक एक आॅटो चालक से खरीदी है। उसके बाद पीड़ित और पुलिस में कहासुनी हो गई पीड़ित चंद्रपाल ने होमगार्ड सतेंद्र के खिलाफ गंगानगर थाने में बाइक चोरी की तहरीर दी है।

होमगार्ड हिरासत में लेने के बाद भी थाना परिसर में खुलेआम बाहर घूम रहा था और थाना पुलिस के सामने ही बाइक से चोरी की स्प्लेंडर से पेट्रोल निकालने लगा। पीड़ित चंद्रपाल ने बताया की गंगानगर एसएचओ दिनेश प्रताप ने उन पर जबरन दवाब बनाया अपनी बाइक थाने से ले जाओ कार्रवाई करने के लिए मना किया

पीड़ित का कहना है जब बाइक का चोरी का मुकदमा दर्ज़ है बाइक कोर्ट से रिलीज होगी इस पर एसएचओ भड़क गए और कार्रवाई करने की बजाय होमगार्ड को बचाने में लग गए। पीड़ित की तरफ से तहरीर मिलने पर गंगानगर पुलिस ने होमगार्ड संजय और सतेंद्र को हिरासत में ले लिया है।

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