कानपूर न्यूज़: सपा विधायक इरफान सोलंकी को आठ मुकदमों में आरोपित बनाने के बाद पुलिस अब कानपुर हिंसा में कनेक्शन तलाश करने का प्रयास कर रही है. पुलिस को शक है कि कानपुर हिंसा के लिए फंडिंग में विधायक की भूमिका भी रही है. हालांकि, इसके कोई पुख्ता सबूत अभी पुलिस को नहीं मिले हैं.
तीन जून को नई सड़क पर हुई हिंसक घटना की जांच कर रही एसआईटी ने हाजी वसी को फंडिंग के आरोप में जेल भेजा था. तभी हाजी वसी की कंपनी हमराज कंस्ट्रक्शन की जानकारी पुलिस को हुई थी. इसकी जांच में पता चला कि विधायक की पत्नी इस कंपनी में निदेशक थीं, जिनका बाद में विधायक ने इस्तीफा दिला दिया था. तब नई सड़क हिंसा में पुलिस ने विधायक की भूमिका को लेकर जांच आगे नहीं बढ़ाई थी, क्योंकि सीधे उनका इस घटना से संबंध नहीं निकल पा रहा था.
इसके बाद जाजमऊ में पुलिस ने विमल कुमार की जमीन पर कब्जे की एफआईआर दर्ज की. जांच में सामने आया कि हमराज कंस्ट्रक्शन के हाजी वसी ने विधायक के इशारे पर जमीन पर कब्जा किया था. हमराज कंस्ट्रक्शन के जरिए विधायक और हाजी वसी के बीच लेन-देन की पुष्टि पुलिस कर चुकी है. इस पर पुलिस कानपुर हिंसा की जांच में और सतर्क हो गई है और विधायक का कनेक्शन तलाश रही है.
ईमेल में सिर्फ हालचाल: जो ईमेल फारूख ने रिजवान को भेजे हैं उसमें प्रथम दृष्टया कुछ समझ नहीं आ रहा है. उसमें सिर्फ हालचाल और रेगुलर बातचीत ही मौजूद है. एजेंसी के अफसर यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि वह कहीं किसी वस्तु को लेकर कोड लैंग्वेज तो नहीं है.