Lucknow: घर में घुसे बदमाश ने खुद को एसटीएफ बताकर स्टैंड संचालक को अगवा कर लूटपाट की

"चिनहट पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया"

Update: 2025-01-26 05:40 GMT

लखनऊ: चिनहट दयाल फार्म रहमानपुर में रात वाहन स्टैण्ड संचालक के घर में आधा दर्जन बदमाश घुस गए. एसटीएफ टीम बताते हुए युवक को पीट कर 2.30 लाख रुपये, चेन और अंगूठी लूट ली. असलहे के बल पर कार में बंधक बना कर अगवा कर लिया और पीटते हुए उसे 25 किमी दूर किसान पथ पर डेबिट कार्ड भी छीन लिया. परिवार वालों से 10 लाख रुपए मंगाने का दबाव बनाया. घर वालों से बात न हो पाने पर किसान पथ पर चलती कार से फेंककर भाग निकले. चिनहट पुलिस मुकदमा दर्ज कर लिया है.

मूलरूप से सिद्धार्थनगर चिलिहया निवासी स्टैंड संचालक आदित्य सिंह चिनहट के दयाल फार्म रहमानपुर किराये पर रह रहे हैं. इनके पिता वन विभाग में ठेकेदार हैं. आदित्य के मुताबिक रात में वह कमरे में था. इस बीच 1:15 बजे आठ लोग खुद को एसटीएफ बताकर उसके कमरे का दरवाजा पीटने लगे. बदमाश धक्का मारकर दरवाजे की कुंडी तोड़कर घुस आए. घुसते ही आरापितों ने उसपर असलहा तान दिया. आरोपित उससे रुपए मांगने लगे. रुपए न होने की बात पर उसको पीटने लगे. बैग में रखे 2.30 लाख रुपए लूट लिए. बगल वाले कमरे में आदित्य के रूममेट शिवम के परिचित अभिमन्यु, विशाल शुक्ला सो रहे थे. उन्होंने विरोध जताया तो असलहा तानकर धमकाते हुए उन्हें चुप करा दिया. इसके बाद बदमाश आदित्य को घर से बाहर ले गए और कार में बिठा दिया. बदमाश गाड़ी में बैठाते ही उसे पीटने लगे. चेन और तीन अंगूठियां भी उतरवा लीं. डेबिट कार्ड छीन लिया. खाते से ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा लेकिन खाते में रुपए न होने पर बदमाश घर पर फोन कर 10 लाख रुपए मंगवाने का दबाव बनाने लगे. आदित्य के मुताबिक घर फोन न लगने की बात पर उसकी लात घूसों से पिटाई कर 25 किमी दूर किसान पथ पर तड़के तीन बजे सड़क किनारे उसे फेंक कर भाग निकले. पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी. इंस्पेक्टर चिनहट भरत पाठक के मुताबिक मारपीट का मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.

आरोपित दो घंटे तक कार में अगवा कर घुमाते रहे: आदित्य के मुताबिक बदमाश उसे दो घंटे तक कार में अगवा कर 25 किमी तक घुमाते रहे. इस बीच लगातार उसे पीटते रहे. ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर न हो पाने पर घर फोन कर रुपए मंगवाने का दबाव बनाते रहे. जान से मारने की धमकी दी. चीख पुकार की आवाज न आए इसलिए बदमाशों ने उसके मुंह पर मफलर लपेट दिया.

12 दिन पहले लखनऊ रहने आया था आदित्य: आदित्य 12 दिन पहले 29 को लखनऊ आया था. तब से वह अपने दोस्त के साथ चिनहट में किराए के मकान में रह रहा है. आदित्य के मुताबिक किसान पथ पर बदमाशों द्वारा छोड़ने के बाद उसने किसी तरह दोस्त को फोन कर बुलाया. पुलिस के मुताबिक आदित्य 2020 में हत्या के आरोप में बाल सुधार गृह गया था. इसके बाद वर्ष 2022 में वह अपहरण व मारपीट के आरोप में जेल जा चुका है.

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