चित्रकूट। एक ग्रामीण युवक विवाहिता को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया और उसे बंधक बनाकर दुराचार किया। पुलिस का शिकंजा कसता देख उसने अपनी हत्या की झूठी कहानी गढ़ी और परिजनों से छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने विवेचना की तो पता चला कि वह जिंदा है। राजापुर थाने और गनीवां चौकी की संयुक्त टीम ने 25 हजार के इनामिया आरोपी को दबोच लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी और राजापुर क्षेत्राधिकारी शीतला प्रसाद पांडेय ने बताया कि राजापुर थानांतर्गत एक गांव के निवासी ने थाने में राजबहादुर पुत्र रामऔतार और उसके भाई उदयभान निवासी कछियापुरवा मजरा हरदौली के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसका आरोप था कि दोनों उसकी बहू को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए और बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। उधर, घटना के बाद 20 जुलाई 22 से आरोपी राजबहादुर फरार चल रहा था। न्यायालय से इसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट भी जारी किया गया था। अपर एसपी ने बताया कि जब आरोपी को पता चला कि पुलिस के पास उसके खिलाफ काफी साक्ष्य हैं और तब उसने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए परिजनों के माध्यम से अपनी हत्या की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
इसमंर उसने पप्पू उर्फ राजबहादुर और शकुंतला पत्नी स्व. माताबदल निवासी कछियापुरवा मजरा हरदौली, सुकुरुवा पुत्र चुनकाई, छोटा पुत्र हनुमान पुत्र सुकुरुवा निवासी गौहानी, कैलाश उर्फ कल्लू पुत्र बाबूलाल पटेल निवासी अनीपुर और राजा पुत्र रामदेव निवासी अर्जुनपुर को नामजद किया था। राजबहादुर का पिता का आरोप था कि छहों आरोपियों ने उसके पुत्र को शराब पिलाई और फिर मारपीट कर हत्या कर शव को गायब भी कर दिया। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने खुलासे के लिए थाना राजापुर प्रभारी भास्कर मिश्र और चौकी गनीवां प्रभारी जनार्दन प्रताप सिंह को निर्देश दिए थे।
विवेचना में पता चला कि युवक जीवित है और उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद की हत्या की साजिश रची है। उसके खिलाफ एसपी द्वारा 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया। पुलिस टीम ने बीते दिन उसको गिरफ्तार कर लिया। अपर एसपी ने बताया कि राजबहादुर की मौत की फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराने पर शिकायतकर्ता और उसके पक्ष में बयान देने वालों पर भी रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।