इंडियन बैंक का लॉकर काटकर करोड़ों के आभूषण पर हाथ साफ करने वाले आठ आरोपी को पुलिस ने दबोचा, पढ़े पूरी खबर

गैस कटर से 40 लाकरों को काटकर उनमें रखे करोड़ों रुपये मूल्य के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया था

Update: 2022-02-16 16:01 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेस्क: नगर के इंडियन बैंक का लॉकर काटकर करोड़ों के आभूषण पर हाथ साफ करने वाले आठ आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। सभी झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। उनके पास से 15 लाख से अधिक नकदी, सोने व चांदी के आभूषण बरामद हुए हैं। जबकि दो बांग्लादेशी सहित पांच आरोपी अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। बुधवार को पुलिस लाइन में आईजी के सत्यानारायण ने गिरफ्तारी व बरामदगी का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी की रात चोर इंडियन बैंक की खिड़की काटकर बैंक में घुसे थे। इसके बाद गैस कटर से 40 लाकरों को काटकर उनमें रखे करोड़ों रुपये मूल्य के आभूषण पर हाथ साफ कर दिया था। इससे लाकरधारकों में रोष गहराता जा रहा था।

पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीमों के साथ ही एसटीएफ भी घटना के खुलासे में जुटी थी। चोरी की घटना बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इसी आधार पर पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू की। आखिर एक पखवारे बाद पुलिस ने चोरी की घटना में संलिप्त झारखंड व पश्चिम बंगाल के आठ चोरों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के लिए दबिश 
शातिर चोरों की पहचान झारखंड के साहिबगंज जनपद के राजमहल थाना के जामनगर निवासी डुग्गू प्रमानिक, मिट्ठू मंडल, गौरव मंडल, राधानगर थाना के बेगमगंज थाना के पवन शाह को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उनकी निशानदेही पर उनके सहयोगी उदवा जंगलपाड़ा की पूजा देवी व आलोक कुमार और कानपुर के गोविंदपुर थाना के दादा नगर कालोनी निवासी भानु प्रताप सिंह व बिहार प्रांत के कैमूर जिले के मोहनियां थाना के बड़ी बाजार निवासी सोनू खान को चोरी के माल के साथ पड़ाव स्थित कुष्ठ आश्रम के समीप से पकड़ा गया। चोरी में शामिल रहे पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के रहने वाले ओमप्रकाश मंडल, कृष्णादास, अशोक मंडल, गोपी व दिलीप मंडल अभी भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
15 लाख नकदी और 345 ग्राम सोना बरामद 
शातिर चोरों के पास से 15.25 लाख रुपये नकद, 345 ग्राम सोने के आभूषण, कुछ सोने की अंगूठियां व बालियां, 1.118 किलो चांदी के आभूषण व 11 चांदी के सिक्के बरामद हुए हैं। इसके अलावा चोरी के लिए लाकर काटने में इस्तेमाल दो आक्सीजन गैस सिलेंडर, तमंचा व कारतूस भी मिला है। इस दौरान एसपी अंकुर अग्रवाल, एएसपी चिरंजीवी मुखर्जी समेत अन्य रहे।
बैंक में चोरी के लिए बने फिरकी बेचने वाले 
चोरों का गिरोह घटना से लगभग एक माह पूर्व ही जिले में आ गया था। सभी पड़ाव पर किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। गिरोह में शामिल डुग्गू व उसके साथी ने फिरकी बेचने वाला बनकर बैंक की रेकी की। बैंक की सुरक्षा व्यवस्था, लाकर आदि का जायजा लेने के बाद योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिया।
इसके बाद माल लेकर फरार हो गए थे। चोरी के माल को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में बेचने की योजना बनाई थी। इसी बीच पुलिस उन तक पहुंच गई। बताया कि इसके पूर्व कानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, झारखंड के बोकारो, मुंबई के थाणे, केरल, मध्य प्रदेश व राजस्थान में आभूषण की बड़ी दुकानों के शटर व लाकर काटकर बड़ी चोरियां कर चुके हैं। 
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