Pilibhit: पिछले कुछ दिनों से लगातार देखा जा रहा बाघ , शुरू की गई रेस्क्यू की तैयारी

Update: 2024-09-10 14:12 GMT
Pilibhit पीलीभीत । कलीनगर तहसील क्षेत्र में माला रेंज से सटे इलाकों में आतंक मचाने वाले बाघ को पकड़ने के लिए शासन ने अनुमति दे दी है। अनुमति मिलने के साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया गया है। वहीं ट्रेंकुलाइज एक्सपर्ट को भी वापस बुला लिया गया है। जरूरत पड़ी तो खूंखार हो चुके बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा जाएगा।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज से सटे आबादी के इलाके में एक बाघ पिछले कुछ दिनों से लगातार देखा जा रहा है। एक दिन ने पूर्व बाघ ने कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव बांसखेड़ा निवासी 60 वर्षीय केदारीलाल को निवाला बना डाला था। परिजनों का कहना था कि केदारी लाल माला जंगल से सटे इलाके में धान के खेत की रखवाली कर रहे थे। रखवाली के दौरान जंगल से निकले बाघ ने उन पर हमला कर दिया और जंगल के अंदर ले जाकर मार डाला। बाघ हमले में मजदूर की मौत पर ग्रामीणों ने जमकर बवाल किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने पीलीभीत-माधोटांडा मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक और वन अफसरों को भी ग्रामीणों ने जमकर खरी खोटी सुनाई। अफसरों द्वारा बाघ को जल्द पकड़ने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला। तब कहीं जाकर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा था। हालांकि पीटीआर प्रशासन ने मजदूर की मौत की वजह जंगल में अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने के कारण होना बताया है।
लगाए गए ट्रैप कैमरे
फिलहाल घटना के बाद पीटीआर प्रशासन की ओर से सोमवार को ही शासन स्तर से बाघ को पकड़ने के लिए अनुमति मांगी गई थी। इधर मंगलवार को शासन स्तर से बाघ को पकड़ने की अनुमति दे दी गई। जिसके बाद बाघ को रेस्क्यू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। लखीमपुर में अपनी सेवाएं दे रहे पीटीआर के पशु चिकित्सक/ट्रेंकुलाइज एक्सपर्ट डॉ. दक्ष गंगवार को भी वापस बुला लिया गया है। वहीं बाघ को पकड़ने के लिए माला रेंज की भैरों बीट में घटनास्थल के समीप ही पिंजड़ा लगाया गया है। बाघ की गतिविधियों की जानकारी के लिए ट्रैप कैमरे भी लगाए गए हैं। पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह के मुताबिक बाघ को पिंजड़े के माध्यम से तैयारी शुरू की गई है। अगर जरूरत पड़ी तो बाघ को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया जाएगा।
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