Pilibhit पीलीभीत : हिस्ट्रीशीटर घनश्याम की हत्या उसके ही तीन साथियों ने की थी। ईको वाहन लूटने के उद्देश्य से घटना को अंजाम दिया गया था। सुरागरसी के बाद सुनगढ़ी पुलिस ने सर्विलांस और एसओजी टीम की मदद से तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर लूटी गई ईको भी बरामद कर ली गई है। पकड़े गए हत्यारोपियों को चालान कर कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है।
बिलसंडा थाना क्षेत्र के फगुनिहाई घाट के पास खन्नौत नदी में 19 दिसंबर को अज्ञात शव मिला था। शव के पैर बंधे हुए थे और ईंट भी बांधी गई थी। जिससे मामला हत्या की ओर इशारा कर गया था। सोशल मीडिया पर फोटो शेयर किए गए और फिर मृतक की शिनाख्त मूल रुप से जहानाबाद क्षेत्र के ग्राम सैजना निवासी हिस्ट्रीशीटर 50 वर्षीय घनश्याम पुत्र वेगराज के रुप में हुई थी। जोकि वर्तमान में सुनगढ़ी क्षेत्र के मोहल्ला कुंवरगढ़ ज्ञान कॉलोनी में रह रहा था।
परिजन से जानकारी करने पर पता चला कि 13 दिसंबर को घनश्याम ईको में सवार होकर बीसलपुर में अपने दोस्त के घर जाने के लिए निकला था। इसके बाद से वापस नहीं लौटा। उसकी ईको भी घटना के बाद से ही गायब थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। जिसमें दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई। सुनगढ़ी थाना में मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई। एसपी अविनाश पांडेय ने खुलासे के लिए तीन टीमें लगाई।
समस्त पहलुओं पर पुलिस ने सुरागरसी की। फिर रविवार को बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कनिगवां निवासी अनिल कुमार उर्फ टिंकू, दियोरियाकलां कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बढ़ैरा के निवासी पवन और ग्राम अमरा करोड़ निवासी हरिपाल को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से लूटी गई ईको भी बरामद कर ली गई। तीनों हत्यारोपी मृतक हिस्ट्रीशीटर के साथी थे, जिन्होंने ईको लूटने के लिए घटना को अंजाम दिया था। सुनगढ़ी पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के हत्यारोपियों को चालान कर कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है। आरोपियों से ईको के अलावा मृतक का मोबाइल, आधार व पैन कार्ड भी बरामद हुआ है।