लखनऊ के हर 10 वें घर में पालतू कुत्ते, लेकिन लाइसेंस 10 फीसदी भी नहीं
राजधानी लखनऊ के लगभग हर 10वें घर में कुत्ते पले हैं लेकिन लाइसेंस 10 फीसदी लोगों ने भी नहीं बनवाया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजधानी लखनऊ के लगभग हर 10वें घर में कुत्ते पले हैं लेकिन लाइसेंस 10 फीसदी लोगों ने भी नहीं बनवाया है। लखनऊ नगर निगम कुत्तों के लाइसेंस के लिए लगातार अभियान चला रहा है फिर भी लोग लाइसेंस बनवाने नहीं आ रहे हैं। इस वर्ष अब तक केवल 4824 लोगों ने ही अपने कुत्तों का लाइसेंस बनवाया है जबकि शहर के लगभग 50 हजार घरों में कुत्ते पले होने का अनुमान है। नगर निगम ने पिछले तीन महीनों में बिना लाइसेंस कुत्ता पालने वाले सैकड़ों लोगों से जुर्माना वसूला है। अभी भी रोजाना बिना लाइसेंस वाजले कुत्ते पकड़े जा रहे हैं।
शहर में कुत्ते पालने वालों को न नगर निगम से डर है और खतरनाक कुत्तों से। इसी वजह से लोग शहर में खतरनाक से खतरनाक कुत्ते पाले हुए हैं। यह लोगों के अपने लिये ही नहीं आम आदमी के लिए भी खतरनाक हैं। जिन घरों के आस पास कुत्ते पले होते हैं उनके पड़ोसियों की शिकायतें आए दिन नगर निगम में आती रहती है। कभी कुत्ते काटने की तो कभी दौड़ाने व गंदगी करने की। नगर निगम शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा है। लेकिन लोग हैं कि मान ही नहीं रहे हैं। राजधानी में पांच लाख से अधिक मकान हैं। निजी संस्थाओं के अनुमान के मुताबिक इनमें से लगभग 10 प्रतिशत घरों में कुत्ते पले हुए हैं। इसमें से भी कुछ घरों में एक से अधिक कुत्ते पाले गये हैं। नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा कहते हैं कि शहर में कितने पालतू कुत्ते हैं इसका कोई आंकड़ा नहीं है। लेकिन निजी संस्थाएं शहर में पालतू कुत्तों की संख्या 50 हजार से अधिक बताती हैं। लेकिन लाइसेंस केवल 4824 लोगों ने ही ले रखे हैं।
लाइसेंस धारी कुत्ते के काटने पर गंभीर धाराओं में नहीं होती कार्रवाई
नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा कहते हैं कि लाइसेंस होने पर अगर कुत्ता किसी व्यक्ति को काटता है तो गंभीर धाराओं में केस नहीं दर्ज होता है। अगर बिना लाइसेंस वाले कुत्ते ने किसी को काटा तो गंभीर धाराओं में केस दर्ज होता है। नगर निगम बिना लाइसेंस वाले कुत्ते को कभी भी जब्त कर सकता है। उस पर जुर्माना लगा सकता हैं। बिना लाइसेंस के कुत्ता पकड़े जाने पर पांच हजार रुपए जुर्माना लगता है।
राजधानी में कुत्तों की स्थिति
नगर निगम ने कुत्तों के लाइसेंस बनाए-4824
कुत्तों के लाइसेंस व जुर्माने से इस वर्ष अर्जित आय- 17 लाख 37 हजार 900
पिछले वर्ष कुत्तों से अर्जित हुई आय- 7 लाख 10 हजार
नगर निगम पशुचिकित्साधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि कुत्तों के लाइसेंस लगातार बनाए जा रहे हैं। कार्रवाई भी की जा रही है। जिनके पास लाइसेंस नहीं है उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है। कुत्ते भी जब्त किय जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अभी तक दोगुने से ज्यादा आय हुई है। राजधानी में पालतू कुत्तों की कुल संख्या कितनी है इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।