रात आठ बजे तक नौका संचालन की मिले अनुमति

Update: 2023-09-14 17:30 GMT
वाराणसी। मां गंगा निषादराज सेवा समिति के कार्यालय में गुरुवार को माझी समाज के लोगों की बैठक हुई। इसमें नाविकों के जीविकोपार्जन की समस्या को लेकर चर्चा की गई। नाविकों ने सुबह पांच से रात आठ बजे तक गंगा में नौका संचालन की अनुमति देने की मांग की। इसको लेकर जिलाधिकारी के नाम पत्र भी भेजा। बताया कि सैलानियों को गंगा आरती न दिखा पाने की वजह से उनकी आय काफी घट गई है। इससे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में प्रशासन रात आठ बजे तक नौका संचालन की इजाजत दे। मां गंगा निषादराज सेवा समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार निषाद ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा कारणों से नौका संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया था। बाढ़ का पानी कम होने पर सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक नौका संचालन की अनुमति दी गई है।
अब बाढ़ का जलस्तर काफी कम हो गया है तथा आपस में सभी घाटों का सम्पर्क भी जुड़ गया है। गंगा का प्रवाह भी काफी कम हो गया है। शाम 6 बजे प्रशासन की ओर से नौका संचालन बंद करा दिया जाता है, जबकि मां गंगा की विश्व प्रसिद्ध आरती दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट व अस्सी घाट पर शाम सात बजे होती है। वहीं सुबह-ए-बनारस का वक्त सुबह पांच बजे का होता है। शाम की आरती के पहले ही नौका संचालन रोक दिए जाने से सैलानियों को गंगा आरती नहीं दिखा पा रहे हैं। इससे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कहा कि गंगा आरती के समय पर्यटकों की अत्यधिक भीड़ घाटों पर जमा हो जाती है। इससे हर वक्त खतरा बना रहता है। बनारस में घाटों पर बम ब्लास्ट की घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे में प्रशासन माझी समाज के हितों का ध्यान रखते हुए सुबह पांच से रात आठ बजे तक गंगा में नौका संचालन की अनुमति प्रदान करे। कहा कि जिलाधिकारी को अभी पत्र भेजा गया है। यदि मांग पर विचार नहीं किया गया तो डीएम से मिलकर फरियाद करेंगे।
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