गड्ढों के कारण रोज हादसे का शिकार हो रहे लोग, तीन महीने में ही उखड़ गई सड़क
बरेली न्यूज़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बरेली दौरे से पहले बनाई गई छह लेन की सड़क तीन माह में ही दम तोड़ गई. सड़क पर बजरी उखड़ रही है. इस पर चलना हादसों को दावत देना है. गड्ढे दिखने पर चालक अचानक वाहनों में ब्रेक लगाते हैं. इससे दुर्घटनाएं हो रही हैं. आरोप लगने लगा है कि चौड़ीकरण में बरेली विकास प्राधिकरण के इंजीनियर और ठेकेदार की मिलीभगत से घटिया सामग्री का प्रयोग हुआ था.
बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने कुछ समय पहले सौ फुटा तिराहे से पीलीभीत रोड तिराहे तक छह लेन सड़क चौड़ीकरण कराने के काम को प्रस्तावित किया था. इसके लिए 33.31 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था. करीब दो साल पहले लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सेटेलाइट से बड़ा बाईपास तक फोरलेन बनाने का प्रस्ताव दिया गया था. करीब 11.32 किमी लंबी सड़क के लिए 127 करोड़ रुपये चौड़ीकरण पर खर्च करने का एस्टीमेट बना था. दिसंबर में सीएम योगी आदित्यनाथ बरेली दौरे पर आए थे. इससे पहले प्राधिकरण ने इस रोड को चकाचक कर दिया था. दिसंबर में बनी सड़क तीन माह में ही दम तोड़ने लगी है. सड़क पर जगह-जगह गड्ढे और बजरी उखड़ना शुरू हो गई है. लोग हादसों का शिकार बन रहे हैं.
लोगों का आरोप है कि बीडीए के इंजीनियरों ने निर्माण के दौरान ध्यान नहीं दिया. ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री लगाकर खेल कर दिया. इसमें इंजीनियरों की भी मिलीभगत शामिल है. बीडीए के अधिशासी अभियंता आशु मित्तल का कहना है कि सड़क कहीं से उखड़ी है तो उसकी मरम्मत की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था की है. उससे कहकर गड्ढे भरवाए जाएंगे.