इलाहाबाद न्यूज़: रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट सरीखा लुक दिया जाने लगा है. प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल और ग्वालियर स्टेशन के पुनर्विकास का खाका पहले से तैयार है. करोड़ों खर्च कर स्टेशन को नया रूप देने की तैयारी पूरी हो गई है. साथ ही अब उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के अन्य स्टेशनों का भी पुनर्विकास होगा. उत्तर मध्य रेलवे के जीएम सतीश कुमार ने स्टेशनों की रि-मॉडलिंग, नए लुक, यात्री सुविधाओं, रेलवे की संरचनाओं के बारे में अपनी बात रखीं. जीएम ने कहा कि प्रयागराज के छिवकी रेलवे स्टेशन को भी पुनर्विकास की सूची में शामिल कर लिया गया है. एनसीआर के कुल 17 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा. यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने की तैयारी है. एनसीआर के अन्य 14 स्टेशनों के पुनर्विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है. जल्द ही आगरा कैंट, आगरा फोर्ट, मथुरा, अलीगढ़, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, खजुराहो, इटावा, मिर्जापुर, टूंडला, छिवकी, बांदा, मुरैना, चित्रकूट व दतिया रेलवे स्टेशन को नया रूप दिया जाएगा. इसके लिए रेलवे ने कंसलटेंसी एजेंसी का भी चुनाव कर लिया है. एजेंसी के सुझाव पर ही स्टेशनों का मास्टर प्लान बनाया जा रहा है. एनसीआर मुख्यालय में महाप्रबंधक सतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रयागराज जंक्शन पर 790 करोड़, कानपुर सेंट्रल 712 करोड़ एवं ग्वालियर स्टेशन पर 534.79 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
2060 को लेकर प्लानिंग एनसीआर के जीएम ने कहा कि रेलवे स्टेशनों का विकास आने वाले 30-40 साल के मद्देनजर किया जा रहा है. वर्ष 2060 की आबादी, इंतजाम और भीड़ को देखते हुए उस लायक बनाने की कोशिश है. एफओबी निर्माण के अलावा, स्टेशन पर कांकोर्स रिटायरिंग रूम, प्रतीक्षालय, फूड प्लाजा, पार्सल ऑफिस बनेगा. हर एफओबी और प्लेटफार्म को जोड़ने के लिए एस्केलेटर, लिफ्ट लगेंगी. ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणन, दिव्यांग फ्रेडली भवन, वर्षा जल संचयन, छत पर सोलर पैनल, मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था होगी.
उत्तर मध्य रेलवे के 17 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए लगभग पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. अभी सिर्फ तीन स्टेशनों प्रयागराज, कानपुर, ग्वालियर का बजट स्वीकृत हुआ है, जिसमें 2000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसमें सर्वाधिक खर्च प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास पर होगा.