इलाहाबाद न्यूज़: उमेश पाल मर्डर केस के आरोपी अरबाज के मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना पर रात उसकी मां पोस्टमार्टम हाउस पहुंची लेकिन अंतिम दर्शन नहीं कर सकी. जब पुलिस ने घरवालों को सूचना दी तो उसके मां-बाप सामने नहीं आए. चाचा और अन्य रिश्तेदारों ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी कराई. इस दौरान परिजनों ने पुलिस और अतीक पर सीधे आरोप लगाया. बोले कि एक निर्दोष लड़के को मारवा दिया.
पैसे के लिए अतीक के बेटों से जुड़ा पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे अरबाज के चाचा सल्लाहपुर, पूरामुफ्ती निवासी अशफाक ने बताया कि वह चार भाई आफाक, इकबाल और एजाद हैं. आफाक पहले अतीक अहमद की गाड़ी चलाता था. वहीं काम करता था लेकिन उसके बाद में आफाक की मानसिक हालत बिगड़ गई. वह अब गांव में रहता है. उसका मनोचिकित्सक से इलाज चल रहा है. चार बेटे और चार बेटियों में अरबाज दूसरे नंबर पर था. दो बेटियों की मानसिक हालत ठीक नहीं है. अरबाज अपने पिता की तरह अतीक के यहां काम करता था. छोटे से ही वह नौकर था. बाद में अतीक के बेटों के साथ रहने लगा.
अरबाज को लगी थीं चार गोलियां: अरबाज के चाचा अशफाक ने आरोप लगाया कि घटना के वक्त अरबाज अपने ननिहाल बांदा स्थित हड़हा गांव में गया था. न जाने कैसे और कब पुलिस ने पकड़कर मार दिया. पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का पैनल बनाया गया. सीने में गोली के निशान देखकर दोपहर में एक्सरे के लिए शव को कॉल्विन अस्पताल भेजा गया. वहां से लौटने के बाद देर शाम पोस्टमार्टम हुआ. उसके चार गोली लगी थी. उसके सीने, पेट और पीठ व पैर में कुल चार गोली मारी गई थी. इस दौरान फोरेंसिक टीम भी वहां मौजूद रही. इसके बाद परिजन सुपुर्द ए खाक के लिए शव लेकर अपने गांव चले गए.