Panipat: प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति का करवाया गोली मारकर हत्या

Update: 2024-06-18 12:25 GMT
Crime News: पानीपत में परमहंस कुटिया के पास साल 2021 में हुए विनोद बराड़ा की हत्या के मामले को हरियाणा पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने विनोद की पत्नी निधि, उसके प्रेमी सुमित और देव नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के इरादे से पहले विनोद का एक्‍सीडेंट कराया गया। इस हादसे में जब उसकी मौत नहीं हुई तो गोली मारकर उसकी हत्या करवा दी गई।
इतना ही नहीं, हत्या के लिए बाकायदा 10 लाख रुपए की सुपारी दी गई। हत्या को अंजाम इसलिए दिया गया क्योंकि निधि और सुमित में प्रेम प्रसंग था और वो विनोद को रास्‍ते से हटाना चाहते थे। इस जघन्‍य वारदात में शामिल तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
अवैध संबंध और प्रॉपर्टी हड़पने की नीयत से खेला गया खूनी खेल
पुलिस रिमांड में पूछताछ के दौरान आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने बताया कि वो साल 2021 में पानीपत में एक जिम में TRANING देता था। विनोद की पत्नी भी वहां आती थी। इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गई। दोनों आपस में बातचीत करने लगे। विनोद को दोनों के बारे में पता चला गया तो उसकी विनोद के साथ एक दो बार कहासुनी भी हुई। विनोद घर पर अपनी पत्नी के साथ भी झगड़ा करने लगा।
बाद में उसने और निधी ने मिलकर विनोद की Accident में हत्या करवाने की साजिश रची और बठिंडा के रहने वाले देव सुनार को 10 लाख रुपए कैश और केस का सारा खर्चा देने का प्रलोभन देकर वारदात को अंजाम देने के लिए राजी करवा लिया। उसने देव सुनार को पंजाब नंबर की एक लोडिंग पिकअप गाड़ी भी दिलवाई। इसके बाद सीधी टक्कर मारकर विनोद का एक्सीडेंट करवा दिया।
एक्सीडेंट में नहीं हुई विनोद की मौत तो...
एक्सीडेंट में विनोद की मौत नहीं हुई तो बाद में दोनों ने पिस्तौल से विनोद को मरवाने का प्लान बनाया। देव सुनार की जेल से जमानत करवाई और उसको दोबारा से तैयार कर अवैध हथियार उपलब्ध करवाकर विनोद बराड़ा के घर भेजा। इसके बाद देव सुनार ने घर में घुसकर पिस्तौल से विनोद बराड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी।
ऐसे खुला मडर्र का राज
पुलिस का ये खुलासा भी हैरान करने वाला है। पुलिस को विनोद के भाई ने ऑस्‍ट्रेलिया ने Whatsapp मैसेज भेज हत्याकांड में अपडेट जानना चाहा। इस मैसेज के जवाब में पुलिस ने बताया कि आरोपी देव सुनार पकड़ा जा चुका है। इसके बाद विनोद के भाई ने हत्या में किसी और के शामिल होने का शक जताया। बस पुलिस को यहीं से नया एंगल मिला और छानबीन शुरू हुई।
सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार को दिशा निर्देश देकर जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। कोर्ट से अनुमति लेकर इस केस की जांच फिर से शुरू की गई। तफ्तीश शुरू हुई तो कई पन्ने एक साथ खुलते चले गए। तहकीकात के दौरान ये खुलासा हुआ कि जिस आरोपी देव सुनार ने अपनी गाड़ी से विनोद को सीधी टक्कर मारी थी उसकी जान पहचान सुमित नाम के लड़के से थी। और सुमित की जान पहचान मरने वाले विनोद भराड़ा की पत्नी निधि से बातचीत के सबूत मोबाइल के रिकॉर्ड से मिल गए। तब पुलिस ने इस मामले को और गहराई से खंगाला। कड़ी से कड़ी मिलती गई और पुलिस ने करीब 30 माह बाद हत्याकांड का खुलासा किया।
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