गाजियाबाद न्यूज़: एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का ट्रैक गाजियाबाद सीमा क्षेत्र में करीब 59 किलोमीटर में बनेगा, जिसमें दो स्टेशन बनाए जाएंगे. इसकी रिपोर्ट जीडीए ने मंडलायुक्त को भेज दी है.
इसी माह मेरठ में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के समांतर बनने वाले एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर बैठक हुई थी. इसमें जीडीए समेत कई प्राधिकरणों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. मंडलायुक्त ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के समांतर तैयार होने वाले एनसीआर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के ट्रैक और स्टेशन तैयार करने के लिए जमीन व स्टेशन चिह्नित कर 10 दिन में रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिससे यूपी में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का खाका पूरी तरह तैयार किया जा सके. इसकी रिपोर्ट जीडीए ने मंडलायुक्त को भेज दी है. जीडीए सचिव बृजेश कुमार ने बताया कि इस मामले में रिपोर्ट तैयार कर मंडलायुक्त को भेज दी गई है.
ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के मुरादनगर और डासना में प्रस्तावित स्टेशन किस जगह बनाए जाए, इसके लिए जीडीए को जगह तलाशनी है. इस दौरान प्राधिकरण को यह भी ध्यान रखना होगा कि यह स्टेशन उस जगह बने, जहां से दिल्ली एनसीआर जाने व आने की सुविधा बेहतर हो. दोनों स्टेशन से ईस्टर्न पेरिफेरल, मेरठ एक्सप्रेस वे, आदि मुख्य मार्ग तक पहुंच आसान हो.
स्टेशन के पास बनेंगे वेयर हाउस: इन दोनों स्टेशन के पास वेयर हाउस बनाए जाएंगे. इनके पास लॉजिस्टिक पार्क और नामी कंपनियों के वेयर हाउस भी विकसित होंगे. ताकि इस रेलवे ट्रैक से आने वाली माल गाड़ियों से स्टेशन के पास बनाए गए वेयर हाउस और लॉजिस्टिक पार्क में सामान रखा जा सके. फिर यहां से इस माल को गाजियाबाद या अन्य आसपास के जनपद में भेजा जा सके. इसके लिए भी जीडीए को जमीन चिह्नित करनी है.