झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से डेढ़ साल के मासूम बच्चे की हुई मौत

स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप के क्लीनिक को सील किया

Update: 2024-05-15 06:02 GMT

गाजियाबाद: झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से डेढ़ साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई. परिजन उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद बच्चे को झोलाछाप के पास लेकर पहुंचे थे. दवा खिलाने के बाद तबीयत बिगड़ी तो एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी लेकर पहुंचे, जहां उसने दम तोड़ दिया. स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप के क्लीनिक को सील कर दिया है.

दीनदयालपुरी नंदग्राम में बबलू अपनी पत्नी प्रीति और डेढ़ साल के बच्चे सिद्धार्थ के साथ रहता है. सिद्धार्थ के उल्टी-दस्त शुरू हो गए. तबीयत खराब होने पर सुबह आठ बजे पति-पत्नी बच्चे को लेकर बस्ती में ही क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप के पास पहुंचे. उन्होंने बच्चे को तरह के पीने के सिरप दिए. दवा लेने के बाद बच्चे की तबीयत और बिगड़ गई. इसके बाद परिजन एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में बच्चे को लेकर पहुंचे. जहां मौजूद ईएमओ ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया. झोलाछाप के इलाज से बच्चे की मौत की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम डा. पंकज राकेश और उनके अधीनस्थ दीनदयाल पुरी पहुंचे. जांच के बाद उन्होंने झोलाछाप के क्लीनिक को सील कर दिया. नोडल अधिकारी डॉ. पंकज राकेश ने बताया कि बस्ती में बीके बिस्वास नामक शख्स बंगाली क्लीनिक के नाम से प्रैक्टिस कर रहा था. उसके क्लीनिक को सील कर दिया गया है. उसे नोटिस जारी करके डिग्री दिखाने के लिए कहा गया है. अगर कागजात नहीं दिखाए गए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी.

Tags:    

Similar News

-->