मेरठ: दूरसंचार विभाग ने मंगलवार को संचार साथी पोर्टल की शुरुआत की। इसके माध्यम से अब पूरे भारत में अपने चोरी हुए मोबाइल फोन की निगरानी आप स्वयं कर सकते हैं। इतना ही नहीं इस पोर्टल से फोन को ब्लॉक भी किया जा सकेगा। यदि चोर मोबाइल से आपके सिम को निकालकर दूसरे सिम का इस्तेमाल करने की कोशिश करता है तो वह सिम भी काम नहीं करेगा।
केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर (सीईआइआर) से यह संभव हो सकेगा। कार्यक्रम में मेरठ दूरसंचार कार्यालय से अपर उप महानिदेशक चिन्मय लाल सिंह यादव, उप महानिदेशक देव कुमार चक्रवर्ती, कमल भगत, राजीव कुमार त्यागी व निदेशक देवेंद्र सिंह मौजूद रहे। इस दौरान केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली में कार्यक्रम के दौरान पोर्टल से जुड़े सभी बिंदुओं को विस्तार से बताया। कार्यक्रम को देशभर में आॅनलाइन माध्यम से टेलीकास्ट किया गया।
दिल्ली रोड स्थित दूरसंचार विभाग कार्यालय के अधिकारी भी कार्यक्रम से आनलाइन जुड़े। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संचार साथी पोर्टल के माध्यम से लोग पुराने उपकरणों को खरीदने से पहले उसकी सत्यता की जांच कर सकेंगे। संचार साथी पोर्टल का पहला चरण (सीईआइआर) केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर है। यदि आपका मोबाइल कहीं खो या चोरी हो जाता है तो आप इस पोर्टल पर जा सकते हैं। पोर्टल पर कुछ पहचान संबंधी सत्यापन जरूर करने होंगे।
देशभर में बंद किए 36 लाख मोबाइल कनेक्शन
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ने कार्यक्रम में बताया कि पिछले काफी समय से ठग वाट्स एप के माध्यम से ठगी कर रहे थे। इसे लेकर व्यापक स्तर पर अभियान चलाया गया और देशभर में 36 लाख मोबाइल कनेक्शन बंद कर दिए गए।