अब मोबाइल ऐप से पढ़ाई करेंगे मदरसे के तालिबे इल्म, दी जाएगी टीचरों और छात्रों को ट्रेनिंग

अब मदरसों के तालिबे भी इल्म मोबाइल ऐप से पढ़ाई कर सकेंगे। उत्‍तर प्रदेश सरकार ने मदरसा-ई-लर्निंग एप लांच की गई है। टी

Update: 2022-07-30 03:56 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अब मदरसों के तालिबे भी इल्म मोबाइल ऐप से पढ़ाई कर सकेंगे। उत्‍तर प्रदेश सरकार ने मदरसा-ई-लर्निंग एप लांच की गई है। टीचरों और छात्रों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए क्लाउडसेक्ट सोल्यूशन एजेंसी का चयन किया गया है। प्रशिक्षण के लिए जगह की तलाश की जा रही है।

यूपी सरकार मदरसों को भी हाईटेक करने में जुटी है। मदरसा शिक्षा में सुधार लाने के लिए प्रदेश सरकार ने मदरसा-ई-लर्निंग ऐप लांच किया है। मोबाइल ऐप से लाइव क्लास का संचालन होगा। साथ ही इस ऐप पर पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध रहेगी। इसकी मदद से मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन, रजिस्ट्रार और मदरसा प्रबंधकों को एक प्लेटफार्म पर लाया जा सकेगा।
मदरसा ऐप पर किताबें भी पीडीएफ फाइल में उपलब्ध रहेंगी जिन्हें छात्र डाउनलोड करके पढ़ सकेंगे। ऐप में रात्रिकालीन कक्षाओं का भी प्रावधान किया गया है। जो छात्र किसी वजह से दिन में क्लास अटेंड नहीं कर पाते हैं वे रात में क्लासेस कर सकते हैं।
शिक्षक और छात्रों को दी जाएगी ट्रेनिंग
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार/निरीक्षक जगमोहन सिंह ने प्रदेश सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को पत्र जारी किया है। उसमें कहा है कि मदरसों के छात्र/छात्राओं की सुविधा के लिए ई-लर्निंग एप लांच किया गया है। छात्र/छात्राओं, शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिलाया जाए। प्रशिक्षण के लिए यूपी डेस्को के द्वारा क्लाउडसेक्ट सोल्यूशन का चयन किया गया है।
मुरादाबाद में ऐप से पढ़ाई करेंगे दो हजार बच्चे
शहर में 80 मदरसों में पढ़ने वाले दो हजार से अधिक बच्चे जल्द मोबाइल एप से पढ़ाई कर पाएंगे। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की इस व्यवस्था से छात्र संग करीब 500 शिक्षक और 250 शिक्षण कार्य से जुड़े लोग प्रशिक्षित होंगे। उप निदेशक अंजना सिरोही ने बताया कि पहले छात्र, शिक्षक और स्टाफ को यूपी डेस्को एजेंसी प्रशिक्षित करेगी। इसके बाद मोबाइल ऐप से पढ़ाई शुरू कराई जाएगी।
प्रशिक्षण का कार्यक्रम मिल चुका है। प्रशिक्षण के लिए स्थान का चयन किया जा रहा है। नामित एजेंसी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकरी की लॉग-इन एवं ऐप की भी जारी देगी। इससे शिक्षा का स्तर में सुधार आएगा।
फैक्ट फाइल
अनुदानित मदरसे - 02
मान्यता प्राप्त मदरसे - 322
आधुनिकीकरण - 98
कुल टीचर - 1500
बच्चे - 8000
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