अब शहर के स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की कमी दूर होगी
पहले हफ्ते में सभी डॉक्टरों का चयन किया गया था.
नोएडा: स्वास्थ्य विभाग को डॉक्टर मिले हैं. इन डॉक्टरों की तैनाती अब नगरीय वेलनेस सेंटर, टेली मेडिसिन और जिला अस्पताल में भी की जाएगी. इसका लाभ मरीजों को मिलेगा. के पहले हफ्ते में सभी डॉक्टरों का चयन किया गया था.
टेली मेडिसिन विभाग में अभी तीन डॉक्टर कार्यरत हैं. यहां पांच और डॉक्टरों की तैनाती होगी. जिला अस्पताल और बाल चिकित्सालय में टेली मेडिसिन हब बनाया गया है. वहीं नगरीय वेलनेस सेंटर में डॉक्टरों की तैनाती होगी. अभी छह नगरीय वेलनेस सेंटर चल रहे हैं. 18 और शुरू होने हैं. इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम और जिला अस्पताल के लिए दो डॉक्टर नियुक्त किए गए हैं.
तीन बार साक्षात्कार के बाद इन डॉक्टरों की नियुक्ति की गई: जांच की सुविधा मिलेगी सबसे ज्यादा डॉक्टर नगरीय वेलनेस सेंटर को मिलेंगे. यह चिकित्सकीय संस्थान शुरू होने के बाद ओपीडी, पैथोलॉजी जांच, निशुल्क दवा, प्रसव, टीकाकरण की सुविधा मिलेगी. स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम मनजीत कुमार ने बताया कि डॉक्टरों के मिलने से स्वास्थ्य सेवाएं और भी बेहतर होंगी.
टेली मेडिसिन सेवा में और डॉक्टर जुड़ेंगे वर्तमान में एक महीने में टेलीमेडिसिन सेवा के तहत करीब 10 हजार मरीज एक महीने में इलाज कराते हैं. डॉक्टरों की संख्या बढ़ने पर मरीजों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है. अभी तीन डॉक्टर इस सेवा के लिए कार्य कर रहे हैं. भविष्य में इसमें चार-पांच डॉक्टर और जुड़ेंगे.
स्वास्थ्य विभाग को एक महीने में डॉक्टर मिले. इन डॉक्टरों की तैनाती स्वास्थ्य कार्यक्रमों में की जाएगी. टेली मेडिसिन और जिला अस्पताल में भी डॉक्टरों की ड्यूटी लगेगी. टेली मेडिसिन विभाग में अभी तीन डॉक्टर कार्यरत हैं. यहां पांच और डॉक्टरों की तैनाती होगी. जिला अस्पताल और बाल चिकित्सालय में टेली मेडिसिन हब बनाया गया है. वहीं नगरीय वेलनेस सेंटर में डॉक्टरों की तैनाती होगी. अभी छह नगरीय वेलनेस सेंटर चल रहे हैं. 18 और शुरू होने हैं. इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम और जिला अस्पताल के लिए दो डॉक्टर नियुक्त किए गए हैं. तीन बार साक्षात्कार के बाद इन डॉक्टरों की नियुक्ति की गई.
दुर्लभ बीमारियों का डाटा संग्रह शुरू: दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित मरीजों का डाटा संग्रह बाल चिकित्सालय एवं स्नातकोत्तर संस्थान ने शुरू कर दिया है.