बस्ती न्यूज़: श्रम विभाग ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस भेजा है. कोविड में काम कर चुके आउटसोर्सिंग के तीन कर्मियों के मानदेय का भुगतान मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने नहीं किया है. शासन स्तर पर यह मामला कई बार उठ चुका है, लेकिन किसी जिम्मेदार ने मानदेय भुगतान के लिए पहल नहीं की. प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार का कहना है कि संविदा कर्मियों की तैनाती एनएचएम के तहत हुई थी. मानदेय का जो बजट आया था, उससे उनका भुगतान किया गया. बकाए के भुगतान के लिए मांग की गई है तथा कई बार रिमाइंडर भी भेजा जा चुका है.
सल्टौआ ब्लॉक के भिरिया ऋतुराज निवासी शिव प्रताप सिंह ने शासन को प्रेषित शिकायती पत्र में कहा गया है कि उन्होंने कोविड काल के दौरान मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई में बतौर वेंटिलेटर टेक्नीशियन का काम किया था. संस्थान ने तीन माह 15 दिन का मानदेय का भुगतान नहीं किया है. प्रकरण श्रम विभाग में विचाराधीन है. उप श्रम आयुक्त बस्ती मंडल की ओर से प्रधानाचार्य को जारी पत्र में कहा गया है कि प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई कराते हुए कृत कार्रवाई से उप श्रम आयुक्त कार्यालय को भी अवगत कराएं.
पूर्व में तीन बार हो चुकी है शिकायत्ा पीड़ित ने बकाया मानदेय के भुगतान के लिए इससे पहले तीन बार शिकायत की है. पीड़ित का कहना है कि हर बार शिकायत का निस्तारण कागजों में कर दिया जाता है. शासन का स्पष्ट निर्देश है कि संविदा कर्मियों के मानदेय का भुगतान समय पर किया जाए. कोविड काल में हम लोगों ने काम किया, इतना लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया. इस बार अगर वेतन भुगतान नहीं होता है तो मुख्यमंत्री से इस सम्बंध में सीधे शिकायत की जाएगी.