Noida: नई शिक्षा नीति के तहत परिषदीय स्कूलों में पहली कक्षा से संस्कृत की पढ़ाई होगी

नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक विद्यालयों में प्राथमिक स्तर पर बच्चों को गिनती, वस्तुओं के नाम आदि संस्कृत में सिखाए जाएंगे

Update: 2024-06-03 08:13 GMT

नोएडा: छात्रों के बुनियादी ज्ञान पर ज्यादा फोकस करने करने और संस्कृत शिक्षा की नींव मजबूत करने के लिए परिषदीय स्कूलों में पहली कक्षा से संस्कृत की पढ़ाई होगी.

नई शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक विद्यालयों में प्राथमिक स्तर पर बच्चों को गिनती, वस्तुओं के नाम आदि संस्कृत में सिखाए जाएंगे. ताकि वे संस्कृत भाषा को समझ उसे आसानी से विकसित कर सकें. इसमें कक्षा एक के बच्चो को पाच छोटे - छोटे सचित्र पाठ पढ़ाए जाएंगे. जिनमें फलों व सब्जी के नाम, परिवारों के सदस्यों के नाम हैं. वहीं कक्षा दो के बच्चों को चार लाइन का बाल गीत और पांच तक की संख्या पढाई जाएगी. इसके अलावा कक्षा चार से पांच में वैदिक गणित का अध्ययन कराया जाएगा.

मजबूत करेंगे संस्कृत शिक्षा की नींव बच्चों में संस्कृत शिक्षा की नींव मजबूत करने के लिए परिषदीय स्कूलों में पहली कक्षा से संस्कृत की शुरुआती शिक्षा दी जाएगी. इसमें शब्दबोध, फलानि (फलों के नाम), शाकानि (सब्जियों के नाम) पुष्पाणि (फूलों के नाम) और पक्षिण (पक्षियों के नाम) पढ़ाए जाएंगे. वहीं, दूसरी कक्षा में बालगीतम्, मम परिवार (मेरा परिवार), अस्माकं सहयोगिन (समाज में हमारे प्रमुख सहयोगी), पशव (पशुओं के नाम) और संख्याबोध (संस्कृत में संख्या) पढ़ाई जाएगी.

कार्टून के माध्य से मिलेगा संस्कृत का ज्ञान बच्चों में भाषा के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए संस्कृत कविताओं पर आधारित एनिमेशन भी स्कूल की कक्षाओं में लगाई जाएगें. इसमें स्कूल द्वारा संस्कृत कविताओं में कई लोक प्रिय कविताओं पर आधारित एनिमेशन को तैयार कराया जा रहा है. जिससे बच्चे मनोरंजन के साथ ही संस्कृत भाषा के प्रति अपनी रुचि बढ़ सके.

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