Noida: पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर लैपटॉप उड़ाने वाले चार बदमाशों को दबोचा

मुठभेड़ में दो आरोपी घायल

Update: 2024-06-28 06:05 GMT

नोएडा: एक्सप्रेसवे पुलिस ने कार का शीशा महज दस सेकेंड में तोड़कर लैपटॉप समेत अन्य कीमती सामान चोरी कर फरार होने वाले अंतरराज्यीय ठक-ठक गिरोह के चार बदमाशों को रात को गिरफ्तार कर लिया. दो बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान घायल अवस्था में, जबकि दो अन्य को निशानदेही पर दबोचा गया. आरोपियों में एक महिला भी है.

डीसीपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि पुलिस की टीम देर रात सेक्टर-8 के पास चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बिना नंबर प्लेट की बाइक पर सवार दो युवक उधर से गुजरे. पुलिस की टीम ने दोनों को रुकने का इशारा किया, तो वे भागने लगे. पीछा करने पर युवकों ने पुलिस की टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए.

बदमाशों की पहचान दिल्ली निवासी दीपक चौहान और हापुड़ निवासी तरुण सक्सेना के रूप में हुई. दोनों की निशानदेही पर दिल्ली निवासी जितेंद्र गौतम और नेहा ठाकुर को पकड़ा गया. नेहा ठाकुर बदमाश दीपक की पत्नी है. बदमाशों के कब्जे से बिना नंबर प्लेट की बाइक, स्कूटी, दो तमंचे, कारतूस, एक गुलेल, आठ लोहे की गोली, सिक्के और पांच लैपटॉप आदि सामान बरामद हुआ. गिरोह के सरगना दीपक के खिलाफ 9 मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस का दावा है कि वह 300 से अधिक वारदात कर चुका है. डीसीपी ने गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है.

सरगना कई बार जेल जा चुका एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि दीपक सेक्टर-39 और हापुड़ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में कई बार घायल हो चुका है. वह कई बार जेल भी जा चुका है. दीपक और तरुण के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी है. दोनों की चल और अचल संपत्ति की पहचान कर उसे कुर्क किया जाएगा. गिरोह के सदस्य एक ही दिन में तीन से आठ वारदात तक कर डालते थे.

एक आरोपी पुर्जे बदलने में माहिर: घायल बदमाश दीपक ने बताया कि चोरी के लैपटॉप समेत अन्य सामान को दीपक की पत्नी नेहा गिरोह के ही सदस्य जितेंद्र को बेचती थी. जितेंद्र को लैपटॉप रिपेयर करना आता है. चोरी के लैपटॉप को खरीदकर वह सारे पुर्जे अलग कर देता है और उसे अन्य लैपटॉप में लगाकर कमाई करता था. गिरोह के सदस्य गुलशन मॉल व सोसाइटी में वारदात करने की फिराक में ही नोएडा आए थे.

सिक्के से तोड़ते थे शीशा: पुलिस की नजर से बचने के लिए गिरोह के सदस्य लोहे की गोली की जगह जेब में पांच रुपये के सिक्के रखते थे. गुलेल में सिक्के को फंसाकर बदमाश कुछ ही सेकेंड में कार का शीशा तोड़ देते थे. घायल बदमाश तरुण के खिलाफ भी अलग-अलग थानों में सात केस दर्ज हैं. नेहा और जितेंद्र का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है.

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