Noida: हृदय रोग के आईसीयू में सीलन से महीने से ऑपरेशन हैं बंद

अहम कारण शासन से मिलने वाला फंड भी बताया जा रहा

Update: 2024-07-20 07:43 GMT

नोएडा: बाल चिकित्सालय के हृदय रोग के आईसीयू में सीलन से महीने से ऑपरेशन बंद है, जिससे 20-25 ऑपरेशन प्रभावित हुए हैं. वहीं, ऑपरेशन न होने का अहम कारण शासन से मिलने वाला फंड भी बताया जा रहा है. फंड जारी होने से संबंधित पत्र बाल चिकित्सालय को मिल गया है. जल्द ही राशि मिलने की संभावना है.

हृदय रोग आईसीयू में सीलन को ठीक करने का काम चल रहा है. इस काम को भी होने में कम से कम हफ्ते का समय लगेगा. ऐसे में हफ्ते बाद ही आईसीयू में मरीज रखे जाएंगे और ऑपरेशन होंगे. वहीं फंड आने में भी इतना ही समय लगने की संभावना है. हृदय रोग की ओपीडी प्रत्येक दिन चल रही है. बारिश के बाद बाल चिकित्सालय के ऑपरेशन थियेटर के बाहर भी पानी टपकता है. साथ ही दीवारों पर सीलन भी है, जो मरीजों के लिए गंभीर संक्रमण का कारण बन सकती है. बाल चिकित्सालय को ऑपरेशन के लिए साल में 50 लाख रुपये का बजट मिलता है, जो ऑपरेशन के अलग-अलग कार्यों में लगाए जाते हैं. बाल चिकित्सालय हृदय रोग विभाग के प्रमुख डॉ. मुकेश कुमावत ने बताया कि वर्तमान में आईसीयू में सीलन है. जिसे ठीक करने का काम चल रहा है. ऑपरेशन के लिए मिलने वाले फंड से संबंधित पत्र मिल गया है. जल्द ही राशि आने की उम्मीद है.

खंभों पर प्लास्टिक के कवर लगेंगे: मानसून के दौरान दुर्घटना से बचने के लिए विद्युत निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. विद्युत निगम बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर के चारों ओर लगी बाड़ (जाली) पर प्लास्टिक का कवर लगाएगा. इससे बिजली के खंभों पर करंट आने से किसी तरह की जनहानि से बचा जा सकेगा.

अधिकारियों के अनुसार मानसून के दौरान बिजली के खंभे में या ट्रांसफार्मर की बाड़ पर करंट आने से गौवंश की मौत या अन्य हादसे की शिकायतें मिलती हैं. ऐसे में विद्युत निगम ने बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर की बाड़ पर प्लास्टिक कवर लगाने का निर्णय लिया है. लोहे के खंभों पर विशेष रूप से प्लास्टिक के कवर लगाएं जाएंगे. इसकी जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के जेई और एसडीओ को दी गई है.

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