Noida: स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया की पुष्टि के लिए स्लाइड जांच को जरूरी बताया
एडा: मलेरिया की पुष्टि के लिए किट से जांच के साथ ही स्लाइड जांच को स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी बताया है. ताकि मलेरिया के परजीवी की स्थिति स्पष्ट हो. सभी निजी अस्पताल और लैब को पत्र लिखकर स्लाइड जांच के निर्देश दिए गए हैं.
मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत इस बीमारी से पीड़ित प्रत्येक मरीज का पूरा ब्योरा प्रदेश सरकार को उपलब्ध कराना है. ऐसे में कई छोटे अस्पताल किट से जांच कर मरीजों का इलाज करते हैं, जबकि किट से जांच में मलेरिया के परजीवी स्पष्ट नहीं होते. इस जांच से सिर्फ मलेरिया होने की जानकारी पता चल पाती है. लिहाजा स्वास्थ्य विभाग को मरीज में परजीवी के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती.
जिला मलेरिया अधिकारी श्रुति कीर्ति वर्मा ने बताया कि सभी अस्पताल और लैब को स्लाइड जांच करना अनिवार्य है. इस बारे में लिखित निर्देश जारी किए गए हैं.
फैल्सीफोर्म परजीवी ज्यादा खतरनाक: प्लाजमोडियम वाइवेक्स और प्लाजमोडियम फैल्सीफोर्म सहित अन्य परजीवी मलेरिया के लिए जिम्मेदार हैं. प्लाजमोडियम वाइवेक्स के मुकाबले फैल्सीफोर्म ज्यादा खतरनाक है. इस साल जिले में प्लाजमेडियम वाइवेक्स के पांच मरीज मिले हैं.