उत्तरप्रदेश अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर जालसाजों ने गृह मंत्रालय के रिटायर्ड अधिकारी से 22 लाख रुपये ठग लिए. छह खाते में कई बार में रकम ट्रांसफर कराई गई. मामले की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में की गई.
पीड़ित ने बताया कि वह गृह मंत्रालय के संवर्ग से उप निदेशक के पद से रिटायर्ड हुए हैं. वर्तमान में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में कंसल्टेंट के पद पर कार्यरत हैं. कुछ समय पहले शिकायतकर्ता के फेसबुक मैसेंजर पर एक युवती ने अश्लील कॉल की. इसके बाद एक अन्य मोबाइल नंबर से उनके पास फोन आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने उनकी और एक युवती की एडिट की हुई फोटो को दिखाया और इसके बाद ब्लैकमेल करने लगा. उसने बताया कि यह वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हो रहा है. इससे बचना चाहते हैं तो यू-ट्यूब की हेल्पलाइन पर संपर्क करे. इसके बाद कथित एसआई विक्रम राठौर ने कॉल कर वीडियो डिलीट करने के एवज में पैसे मांगे. उसने धमकी दी कि पैसे ट्रांसफर नहीं करने पर वीडियो को वायरल कर दी जाएगी. बदनामी और डर के कारण पीड़ित ने जालसाज के बताए गए खाते में रकम ट्रांसफर कर दी. ब्लैकमेलिंग का सिलसिला यहीं नहीं रुका. कुछ समय बाद पीड़ित के पास फिर से एक कॉल आई.
उन्हें बताया गया कि वीडियो में दिख रही युवती को पुलिस गिरफ्तार करने गई थी. उसने तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. युवती के परिवार वाले मीडिया में उल्टा सीधा बता देंगे तो वह फंस जाएगा. उन्हें जेल जाने से कोई नहीं रोक पाएगा. कॉलर ने कहा कि इस मुसीबत से निकालने के लिए उसने पुलिस अधिकारियों से बात कर ली है. वह दस लाख रुपये लेने के बाद ही युवती के परिवार पर दबाव बना पाएंगे. इसके बाद कथित पुलिस अधिकारी ने कॉल की और दस लाख रुपये और ट्रांसफर करा लिए. कुल मिलाकर पीड़ित ने करीब 23.79 लाख रुपये की रकम ट्रांसफर कराई गई.