नोएडा। आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने टॉयलेट 2.0 अभियान की शुरुआत विश्व शौचालय दिवस पर एक राष्ट्रीय समारोह के दौरान उन्होंने बेंगलुरु, कर्नाटक से की।
इस अभियान का लक्ष्य स्थानीय शहरी निकायों और आमजन की भागीदारी से भारत में शहरी क्षेत्रों में सार्वजिनक और सामुदायिक शौचालयों की तस्वीर बदलना है। इस कार्यक्रम में नोएडा प्राधिकरण ने भी हिस्सा लिया। यहां नोएडा प्राधिकरण की ओर से बनाए गए पिंक टायलेट को एक मॉडल रूप में प्रस्तुत किया गया। ताकि और शहर देखे और समझे कि नोएडा में किस तरह से शौचालय का प्रयोग किया जा रहा है।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने प्रतिभागियों से कहा कि यह याद रखना होगा कि स्वच्छता की यात्रा एक लगातार चलने वाली यात्रा है और इसके लिए संस्थागत समाधान करने की आवश्यकता है।
शहरों में ओडीएफ प्रोटोकॉल और प्रमाणन यह सुनिश्चित करने के लिए दिए जाते हैं ताकि मानव अपशिष्ट को सुरक्षित रूप से समाहित किया जा सके। हमारे 25% शहरों ने पहले ही यह दर्जा प्राप्त कर लिया है।
वाटर प्लस सर्टिफिकेशन उन शहरों को दिया जाता है जो इस्तेमाल करने के बाद बिना ट्रीट किया हुआ पानी को पर्यावरण में नहीं घुलने देते हैं। इस तरह के प्रयास विश्व शौचालय दिवस 2022 की थीम 'भूजल और स्वच्छता - अदृश्य को दृश्य बनाना' के साथ पूरी तरह से मेल खाती हैं।
यह उम्मीद की जा रही है कि मिशन के अंत तक हमारे 100% शहर ओडीएफ प्रमाणित होंगे और कम से कम 50% वाटर प्लस का दर्जा प्राप्त कर लेंगे।
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न्यूज़ क्रेडिट: deshbandhu