मुरादाबाद न्यूज़: उमेश पाल व उनके सुरक्षाकर्मियों पर गोली-बम से हमला करने वाले चार-छह नहीं बल्कि नौ से ज्यादा हमलावर थे. कार और बाइक से आए हमलावरों ने गाड़ी से उतरते ही अपनी अपनी पोजिशन ले ली. बाइक से पहुंचे शूटरों ने घेराबंदी कर दी. कोई सड़क किनारे तो कोई शूटर दुकान के अंदर छिपा था. सभी हमलावरों की जगह और वारदात का तरीका पहले से तय था.
फुटेज के आधार पर उमेश पाल के परिजनों ने एक शूटर की अतीक अहमद के बेटे के रूप में पहचान की. झोले से बम निकालकर फोड़ने वाला गुड्डू मुस्लिम और बाइक से भाग रहे शूटर बिहार का अरमान बताया गया. इसी तरह गोलियां बरसाने वाला भाजपा नेता का भाई गुलाम बताया जा रहा है. फुटेज में हमलावरों का हुलिया और कपड़े अलग अलग हैं. एक टोपी वाला, दूसरा काली शर्ट पहने, तीसरा हेलमेट लगाए, चौथा सफेद शर्ट पहने बम चल रहा, पांचवां हॉफ जैकेट पहने गोली चला रहा, छठवां सफेद पैंट पहने दो नाली बंदूक लेकर फायरिंग कर रहा, सातवां कार के पीछे खड़ा है. इसी तरह दो अन्य बैकअप के लिए रोड के आगे खड़े दिख रहे हैं.
राघवेंद्र पीजीआई रेफर
उमेश पाल की सुरक्षा में लगे गनर राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है. डॉक्टरों की सलाह पर पुलिसकर्मी को लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया गया. पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि लखनऊ पीजीआई भेजने से पहले ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था.
‘सपा के पाप हैं प्रयागराज की घटना करने वाले’
उमेश पाल की हत्या करने वाले अपराधी सपा के पाप से अपराधी बने हैं. लेकिन, योगी सरकार का संकल्प है कि वह माफिया का समूल नाश करके ही दम लेगी. जिस तरह से प्रयागराज की घटना को अंजाम दिया गया, उसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम ही है. यह बातें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी की माता के निधन पर शोक व्यक्त करने के बाद पत्रकार वार्ता में कहीं.
कई हथियारों का इस्तेमाल
पाल और उनके सरकारी गनर को गोलियों से भूनने वाले शूटरों ने कई तरीके के अत्याधुनिक असलहों का इस्तेमाल किया. शहर के अति व्यस्त सुलेमसराय इलाके में लबे सड़क सनसनी फैलाने वाले हमलावरों के पास पांच तरह के हथियार थे.