डबल बेड व बाथरूम में छुपकर पुलिस को चकमा दे रहें हैं नाइजीरियन

Update: 2023-06-03 18:11 GMT

नोएडा। भारत में अवैध रूप से रह रहे 23 विदेशी नागरिकों को थाना सूरजपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें 15 पुरुष और 8 महिला हैं। ये लोग वीजा अवधि खत्म होने के बावजूद भी भारत में अवैध रूप से रह रहे थे। कुछ लोग के पास वीजा पासपोर्ट भी नहीं मिला है। हाल ही में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने अवैध रूप से ड्रग्स बनाकर देश विदेश में बेचने वाले अफ्रीकी मूल के 13 नागरिकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 450 करोड़ रुपए कीमत की ड्रग्स और ड्रग्स बनाने में उपयोग होने वाला कच्चा माल और उपकरण बरामद किया था। इसके बाद गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने विदेशी नागरिकों के सत्यापन के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इसी अभियान के तहत यह गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने जब एलोस्टेनिया सोसायटी में छापा मारा तो नाइजीरियन युवक डबल बेड और बाथरूम के अंदर छुपे मिले। पुलिस ने डबल बेड खोलकर उन्हें बाहर निकाला।

थाना सूरजपुर के प्रभारी निरीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि थाना क्षेत्र में स्थित एक सोसाइटी में कुछ विदेशी मूल के नागरिक अवैध रूप से निवास कर रहे हैं। इस सूचना पर थाना पुलिस व क्षेत्रीय अधिसूचना विभाग के अधिकारियों के साथ वहां पर छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि सोसायटी में अवैध रूप से रह रहे गोड्स पावर ईबुचेकु, प्रासिओस ओसाराडीन, जोन ओवी मोरडी, डेनियल मारसेल ब्राज, कंसोसटटाइन मुन्डा, एडम दीवारा, फैटूष इबूका उजोमा, चीकूमा जुडे ओकेको, फ्रीमैन जॉनसन, टोची इजेंह, माडुआबुच इमोउनल, सुसेहु नाहू, एन्डुपाल अंजोर, जोए आईके, बेती, एलाइस एस्टोरिको, अमीना मोहम्मेड, साहित्य महिला-पुरुषों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इसमें ज्यादातर लोगों की भारत में रहने की वीजा की अवधि खत्म हो गई थी, जबकि कुछ लोग भारत में रहने के बाद दस्तावेज पासपोर्ट और वीजा भी नहीं दिखा पाए। उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

थाना प्रभारी ने बताया कि अभी कुछ समय पूर्व थाना बीटा-2 पुलिस ने एमडीएमए ड्रग्स बनाने वाले गैंग का खुलासा किया था। जिसमें दक्षिण अफ्रीका मूल के 13 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हुई है। और इनके पास से करीब 450 करोड रुपए के ड्रग्स और ड्रग्स बनाने के उपकरण तथा कच्चा माल बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि जनपद गौतमबुद्ध नगर में रह रहे विदेशी नागरिकों के सत्यापन की कार्रवाई तेज कर दी गई है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि ज्यादातर नाइजीरियन युवक-युवतियां स्टडी वीजा पर भारत आए थे, तथा वीजा अवधि खत्म होने के बाद वे भारत में रहकर अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो गए हैं। पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला है कि भारत में एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो नाइजीरियन युवक युवतियों को टूरिस्ट और स्टडी वीजा पर भारत बुलाता है, तथा यहां पर उन्हें अपने जाल में फंसा कर उनसे अवैध कारोबार करवाता है। कल थाना बीटा-2 पुलिस ने नाइजीरिया मूल के 16 लोगों को अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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