मेरठ: उत्तर प्रदेश गन्ना विभाग की ओर से किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को मेरठ परिक्षेत्र से किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल प्राकृतिक खेती की विधि और इससे होने वाले लाभ का अध्ययन करने कुरुक्षेत्र हरियाणा जाएगा। इसके उपरांत 15 फरवरी को कृषि विवि में प्राकृतिक खेती पर गोष्ठी होगी। इसी के साथ बसंत कालीन गन्ना बुवाई कराकर मेरठ परिक्षेत्र में प्राकृतिक खेती का शुभारंभ किया जाएगा।
आरपीओ डॉ. बीके गोयल ने बताया कि प्राकृतिक खेती से गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने प्रदेश भर में इस अभियान को तेजी से चलाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में हर क्षेत्र में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। पहले चरण में मेरठ परिक्षेत्र के 25 किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को डीसीओ मेरठ डॉ. दुष्यंत कुमार के नेतृत्व में प्राकृतिक खेती का गहनता से अध्ययन करने कुरुक्षेत्र जाएगा।
टीम के साथ आरपीओ डॉ. बीके गोयल भी रहेंगे। उन्होंने बताया कि इसी सिलसिले में मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय में 15 फरवरी को एक प्राकृतिक खेती के संबंध में एक भव्य गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्राकृतिक खेती से जुड़े विभिन्न विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। जो क्षेत्र के किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभ के बारे में अवगत कराएंगे। इस गोष्ठी में समूचे परिक्षेत्र से सैकड़ों किसानों को आमंत्रित किया गया है।
साथ ही उन किसानों को भी आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने प्राकृतिक खेती से लाभ अर्जित किया है। आरपीओ के अनुसार विशेष रूप से मेरठ परिक्षेत्र में ऐसे किसानों का चयन किया जा रहा है, जो प्राकृतिक खेती में रुचि रखते हैं। ऐसे किसानों के माध्यम से बसंत कालीन गन्ना बुवाई का श्रीगणेश 15 फरवरी की गोष्ठी के बाद कराया जाएगा।
गन्ना विभाग के अधिकारी इस अभियान को लेकर बेहद गंभीर हैं।
और विभिन्न माध्यमों से किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति आकर्षित करने के लिए अलग-अलग स्तर से प्रयासरत हैं। प्राकृतिक खेती के शुरूआती चरण में इस अभियान में 400 किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से अभी तक 300 किसान आमंत्रित किए जा चुके हैं। जिन्हें प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण देने का अभियान शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।
ट्रेंच विधि से 55505 हेक्टेयर सह फसली खेती का लक्ष्य
परिक्षेत्र बसंत काल के दौरान 55505 हेक्टेयर क्षेत्रफल में ट्रेंच विधि से सहफसली खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रदेश में गन्ना खेती में नवीन तकनीकों को बढ़ावा दिए जाने के लिए अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी के निर्देश पर ट्रेंच प्लांटिंग से सहफसली खेती एवं ड्रिप सिंचाई आदि विधाओं का समन्वित प्रबंधन करते हुए परिक्षेत्र मेरठ में 270 गन्ना खेती के ऐसे आदर्श मॉडल प्लाट विकसित किये जाने एवं ऐसे कृषकों को उत्तम कृषक के रूप में चयन करने का निर्देश दिया गया है।
उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र ने बताया कि आगामी बसंत कालीन बुवाई हेतु परिक्षेत्र मेरठ में 55500 हेक्टेयर भूमि में ट्रेंच विधि से गन्ना बुवाई तथा गन्ने के साथ सहफसली खेती का लक्ष्य निर्धारित है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए समस्त जिला गन्ना अधिकारियों एवं ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षकों को बसंत काल में शत-प्रतिशत पूर्ति करने का निर्देश जारी किया गया है