लखनऊ की 204 किमी की सड़कों के टुकड़े, प्लास्टिक के टुकड़ों का नाम
टुकड़े, प्लास्टिक के टुकड़ों का नाम
उत्तरप्रदेश शहर की 204 किलोमीटर पीडब्ल्यूडी की सड़कों की सेहत ठीक नहीं है. गोमतीनगर विस्तार, चिनहट, कानपुर रोड समेत जगह-जगह गड्ढे हैं, जिनकी अभी तक मरम्मत नहीं हुई. ऐसे में हर दिन दो लाख लोग हिचकोले खाने को मजबूर हैं. खस्ताहाल सड़कों की वजह से लोग या तो जान गंवा रहे हैं या जख्मी हो रहे हैं. इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी सड़कों को दुरुस्त कराने में कोई तेजी नहीं दिखा रहा है.
लखनऊ शहर में बारिश के दौरान करीब 205 सड़कें, जिनकी लंबाई 469 किलोमीटर है, इनमें 204 किमी खस्ताहाल है. सबसे ज्यादा सड़कें वहां टूटी हैं, जहां आबादी है, क्योंकि घरों का पानी सड़कों पर भरा रहता है. जल निकासी के लिए नालियां तक नहीं बनी. चिनहट, गोमतीनगर विस्तार, कानपुर रोड पर कई जगह दो से तीन फीट चौड़े गड्ढे है. चारों तरफ बजरियां फैली है.
मरम्मत के नाम पर ईंट के टुकड़े सड़कों पर गड्ढों की भराई में ईंट टुकड़े डाल दिए गए हैं, जो रोड़ा बन रहे हैं. एमिटी कॉलेज, बीकेटी, गोमतीनगर विस्तार के पास ईंट डाले गए. इनसे लोग हिचकोले खाते निकल रहे हैं.
मोहनलालगंज, सरोजनीनगर की सड़कें भी खस्ताहाल लखनऊ की 100 किलोमीटर लंबी ग्रामीण इलाकों की सड़कें भी खस्ताहाल है. मोहनलालगंज, माल-मलिहाबाद, सरोजनीनगर की सड़कों पर गड्ढे हैं. इसके बावजूद मरम्मत नहीं हुई. इसमें गोसाईगंज बनी मोहान मार्ग, लखनऊ नगराम निगोहां मार्ग, कृष्णा नगर तालकटोरा मार्ग से सदरौना, बनी मोहान मार्ग से साहिजनपुर, मलिहाबाद मोहान मार्ग से दुलरमऊ, लखनऊ हरदोई मार्ग से बदौरा, मलिहाबाद मोहान मार्ग से शेरपुरमऊ, बनी मोहान से सदुल्लानगर, समेसी से शंकरखेड़ा, मलिहाबाद मोहान मार्ग से महमूदखेड़ा, माल दुबग्गा मार्ग से गौरिया, बदैया मार्ग से शंकरपुर मार्ग शामिल है. काकोरी मोड़ तिराहे से आउटर रिंग रोड तक लगभग दो किलोमीटर तक सड़क खस्ताहाल है. लोनिवि अधिशासी अभियंता अनूप मिश्रा ने बताया कि 80 किमी सड़कों की मरम्मत हो चुकी है. 100 किमी की मरम्मत पूरी करानी है.
पीडब्ल्यूडी का दावा
लखनऊ में 198 किलोमीटर मार्ग में 110.130 किलोमीटर में पैचवर्क का काम हो चुका है
लखनऊ में 58 किलोमीटर लंबे मार्ग में विशेष कार्य 44.290 किलोमीटर में हो चुका है
लखनऊ में 213 किलोमीटर लंबे मार्ग में 111.419 किलोमीटर में नवीनीकरण का कार्य हो चुका है
लखनऊ में 198 किमी में से 110 किलोमीटर में पैचवर्क हो चुका है. 58 किमी लंबे मार्ग में 44 किमी में विशेष कार्य हो चुका है. 111 किमी में नवीनीकरण कार्य हो चुका है. बाकी कार्य एक हफ्ते में पूरो होगा