मुजफ्फरनगर: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर ने मोरना में आयोजित सभा में कहा कि अगर लोग एकजुट नहीं होंगे और अपनी ताकत नहीं बनाएंगे, तो केवल सड़कों पर नारे लगाने तक सीमित रह जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब, मजदूर और किसान की बिजली काट दी जाती है, जबकि बड़े व्यापारियों का बिजली बिल माफ किया जा रहा है। उन्होंने पेपर लीक और बेरोजगारी के मुद्दों को भी उठाया, यह बताते हुए कि युवा नौकरी पाने से वंचित रह रहे हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि गरीबी और अमीरी के बीच की खाई को मिटाने के लिए “निकम्मी सरकारों” को हटाना होगा। उन्होंने हरियाणा में अपनी पार्टी की हार का कारण आंतरिक लड़ाई बताया और कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को ‘जाहिद’ नहीं बल्कि ‘मुजाहिद’ बनकर काम करना होगा, यानी अधिक संघर्षशील और समर्पित होकर कार्य करना होगा।
सांसद चंद्रशेखर ने अपने भाषण में सामाजिक और आर्थिक असमानताओं पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने जनता से एकजुट होकर अपनी ताकत बनाने की अपील की, ताकि सड़कों पर नारे लगाने तक सीमित न रहना पड़े। उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि अगर नगीना में कोई कर्मचारी गरीबों के पैसे लूटने का काम करेगा, तो उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रशेखर ने किसानों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि गन्ने की फसल के भुगतान में देरी हो रही है और जो मिलें समय पर भुगतान नहीं करेंगी, उन पर ताला लगा दिया जाएगा। उन्होंने सरकारी अधिकारियों पर भी जोर दिया कि जिलाधिकारी, एसडीएम, सीओ, और एसओ के बच्चों को भी सरकारी स्कूलों में पढ़ना चाहिए, ताकि शिक्षा व्यवस्था में समानता आ सके।
उन्होंने गरीबों के हक के लिए कड़े कदम उठाने की बात की, जिसमें आरक्षण का लाभ, कुटीर और लघु उद्योगों को बढ़ावा देना, महिलाओं को घर पर ही रोजगार के अवसर प्रदान करना और युवाओं को नौकरी दिलाना शामिल है। चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि शिक्षा नीति ऐसी होनी चाहिए कि अधिकारी और गरीब दोनों के बच्चे एक ही सरकारी स्कूल में पढ़ें, और गरीबों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलें।