Muzaffarnagar: बैंक अफसरों की समझौता वार्ता हुई विफल
PNB ब्रांच में आज (गुरुवार) को भी लटके रहेंगे ताले
मुजफ्फरनगर: पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े मुजफ्फरनगर और शामली जनपद के लाखों उपभोक्ताओं के लिए बहुत बड़ी खबर है। बुधवार के बाद अब आज गुरुवार को भी इन दोनों जिलों की पंजाब नेशनल बैंक की सभी 83 शाखाएं बंद रहेगीऔर उन पर ताले लटके रहेंगे।
पंजाब नेशनल बैंक के जोनल मैनेजर बलबीर सिंह द्वारा मुजफ्फरनगर में लोन डिपार्टमेंट के चीफ मैनेजर जिमी टिर्की के साथ जोनल ऑफिस में कथित दुर्व्यवहार का मामला तूल पकड़ गया था, जिसके बाद बुधवार को मुजफ्फरनगर और
शामली में पंजाब नेशनल बैंक की सभी 83 शाखाओं के अफसरों ने अचानक हड़ताल पर जाने का फैसला कर दिया, जिसके कारण बुधवार को सभी 83 ब्रांचों में ताले लटक गए और कामकाज ठप्प हो गया, जिससे इस बैंक से जुड़े लाखों खातेदार दिनभर परेशान रहे।
देर रात जोनल मैनेजर बलबीर सिंह खुद मुजफ्फरनगर आए और सर्किल ऑफिस में उन्होंने हड़ताली बैंक अधिकारियों से वार्ता की। कई घंटे चली वार्ता में बलबीर सिंह समेत मुजफ्फरनगर सर्किल के क्षेत्रीय प्रबंधक नीरज कुमार समेत हड़ताली
अधिकारियों की ओर से मेरठ से आये अतुल श्रीवास्तव, फतेह सिंह और गौरव किशोर शामिल हुए।
बताया जाता है कि वार्ता में कुछ मुद्दों पर बात अटक गई, जिसके लिए पीएनबी मुख्यालय से ही कोई निर्णय हो सकता है। जोनल मैनेजर ने मुजफ्फरनगर के चीफ मैनेजर जिमी टिर्की के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार पर खेद जताते हुए कहा कि
उनकी भावना ऐसी नहीं थी, जिसके बाद यह मुद्दा तो सुलझ गया पर बुधवार को अचानक हड़ताल पर गए पीएनबी के सभी अफसर उनके खिलाफ संभावित किसी कार्रवाई से सशंकित थे, जिसके लिए उन्होंने पीएनबी के बड़े अफसरों से लिखित में यह भी आश्वासन देने को कहा कि हड़ताली अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
इसके बारे में जनरल मैनेजर और रीजनल मैनेजर कोई वायदा करने की स्थिति में नहीं थे क्योंकि यह फैसला बैंक के उच्च प्रबंधन को करना होगा, जिसके चलते देर रात वार्ता सफल नहीं हो पाई और आधी रात के बाद जोनल मैनेजर मेरठ वापस लौट गए।
पीएनबी बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के सह महासचिव गौरव किशोर ने बताया कि वार्ता विफल होने के कारण आज शुरू की गई बैंक अधिकारियों की हड़ताल अभी जारी रहेगी, जिसके कारण गुरुवार को भी मुजफ्फरनगर और शामली स्थित पंजाब नेशनल बैंक की सभी शाखों पर ताले लटके रहेंगे।
उन्होंने बताया कि यदि देर रात या गुरुवार 10:00 बजे से पहले बैंक के शीर्ष प्रबंधन का कोई संदेश प्राप्त हो जाता है तो हड़ताल वापस ली जा सकती है। उन्होंने कहा कि बैंक अफसर किसी भी कीमत पर बैंक के ग्राहकों को परेशान नहीं
देखना चाहते हैं, पर आत्म सम्मान के लिए यह कठिन फैसला लेना पड़ा है।
समाचार लिखे जाने तक स्थिति यह है कि पंजाब नेशनल बैंक के दोनों ज़िलों के अफसर क्षेत्रीय कार्यालय पर बेमियादी धरने पर बैठे हुए थे, यही उन्होंने भट्टी चढ़ा कर खाने-पीने की व्यवस्था की और धरना रात्रि में भी जारी था। यदि गुरुवार 10:00 बजे तक बैंक के उच्च प्रबंधन से कोई फैसला नहीं हुआ, तो गुरुवार में भी पीएनबी की सभी शाखाएं बंद रहेगी।