देवबंद (सहारनपुर) दारूल उलूम के नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने शनिवार को कहा कि देश में यदि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू की जाती है तो उससे मुसलमानों को बहुत कठिनाई होगी।
दारूल उलूम के नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने शनिवार को एक साक्षात्कार में बताया कि यूसीसी की कोई जरूरत नहीं है। इससे देश में अल्पसंख्यकों में अशांति व बैचेनी फैलेगी। दारूल उलूम देवबंद ने इस पर अपनी आपत्ति जताते हुए शुक्रवार को एक पत्र विधि आयोग को भेजा है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्षो में इस कानून की कभी जरूरत महसूस नहीं हुई तो अब यह समझ में नहीं आ रहा है कि मोदी सरकार इस कानून को लाने पर क्यों उतावली है। इस कानून के बनने से मुसलमानों को अपने धार्मिक नियम कायदों को पालन करने में कठिनाई आएगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि देश के 25 करोड़ अल्पसंख्यकों के हितों का ध्यान रखते हुए समान नागरिक संहिता लागू न की जाए।