काशी की मुस्लिम बहनों ने पीएम मोदी को राखी भेजकर कर डाली मांग, खूब हो रही चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी को राखी भेजी है। मुस्लिम महिला फाउण्डेशन एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में लमही के सुभाष भवन में जुटी मुस्लिम महिलाएं बड़े मनोयोग से मोदी के चित्र वाली राखी सितारा और टिक्की के साथ बना रही हैं। ढोल पर गीत के बोल भी पीएम मोदी को समर्पित किए।
ढोल की थाप पर महिलाओं ने गाया- देशवा के खातिर रखिया हम बाँधी ला, उमरिया हमरो ले ला ये मोदी भइया। बहिनन के देहला तलकवा से आजादी, सूनी न छोड़ल जाइ तोहार कलइया, हे मोदी जी।
मोदी के नाम पर बने गीत को गाकर राखी बनाने के हुनर से महिलाएं सबको आकर्षित कर रही हैं। मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक मुक्ति आन्दोलन में मुस्लिम बहनों का सहयोग करने वाले आरएसएस के नेता इन्द्रेश कुमार के चित्र वाली राखी भी बनाई है। चन्द्रयान और अदिविशेश्वर के चित्र वाली भी राखी मुस्लिम महिलाओं ने बनाई।
समान नागरिक संहिता के नाम की राखी बनाई
मुस्लिम महिलाओं ने समान नागरिक संहिता के नाम की राखी बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजकर एक देश, एक कानून की मांग की।
मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि मोदी जी ने मुस्लिम बेटियों का ध्यान एक भाई और पिता की तरह रखा। उन्होंने कभी भेदभाव नहीं किया। वर्षों से तीन तलाक की पीड़ा झेल रही मुस्लिम बहनों को तलाक से मुक्ति दिलाकर सम्मान से जीने का अधिकार दिया। हिन्दू–मुसलमानों के साथ होने वाले संघर्षों को खत्म करके श्रीराम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। चन्द्रयान को भेजकर जो सफलता पाई है उससे पूरी दुनियां ये मानने लगी है कि मोदी है तो मुमकिन है।
विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ० अर्चना भारतवंशी ने कहा कि लोग मोदी जी में राजनेता देखते हैं, लेकिन भारत की बेटियां उनको अपने बड़े भाई की तरह ही देखती हैं। मोदी राखी जिस भाई की कलाई पर बाधी जाएगी उसे भी गर्व महसूस होगा।
मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की जिला अध्यक्ष रजिया सुल्ताना ने कहा कि बेटियों की चिंता करने वाला अपना पिता या भाई ही हो सकता है। मोदी जी हमारे बनारस के हैं, उन पर हमें यकीन है। वो जो भी करेंगे, इस देश के लिए ही करेंगे। मुस्लिम बेटियों को इज्जत दिलाने वाले मोदी जी हमेशा हमारे लिए श्रद्धा के पात्र रहेंगे।