मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में भले ही पुलिस द्वारा अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा हो मगर जेल में बंद अपराधियों के हौसले अभी भी बुलंद है। जनपद मुजफ्फरनगर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें अपने भाई की हत्या में वादी व गवाह दिलशाद पर जानलेवा हमला किया गया है।
घायल दिलशाद के परिजनों का आरोप है कि पूर्वांचल की जेल में बंद कुख्यात अपराधी सोनू उर्फ सक्का ने गवाही से पहले गवाह व वादी दिलशाद की हत्या का प्रयास किया है। दिलशाद की हालत गंभीर बनी हुई है जिसे मेरठ रेफर किया गया है वही मारपीट की इस घटना का पूरा नजारा गली में लगे 1 सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
दरअसल मामला थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के मोहल्ला महमूद का है। जहां लगभग 2 साल पहले नगर निवासी आसिफ की थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड पर कुख्यात अपराधी सोनू सक्का ने गोली मारकर हत्या की गई थी। इस मामले में मृतक आसिफ का भाई दिलशाद अपने भाई की हत्या कांड का गवाह था और दिलशाद ने हीं थाना नगर कोतवाली में सोनू सक्का के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें घटना के बाद सोनू सक्का पर ₹50000 का इनाम घोषित किया गया था और कुछ दिन बाद कुख्यात अपराधी सोनू सक्का पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल हो गया था इस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अपराधी सोनू सक्का पूर्वांचल की जेल में बंद है। मगर इस कुख्यात अपराधी का दिमाग आज भी इस मुकदमें पर चल रहा है यही कारण है कि सोनू सक्का इस हत्याकांड के गवाह और वादी को रास्ते से हटाना चाह रहा है।
घायल दिलशाद के परिजनों का कहना है कि इससे पहले भी दिलशाद पर हमला हो चुका है जिसकी थाने में शिकायत की गई थी मामला दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस ने उसमें कोई कार्यवाही नहीं की और नतीजा यह हुआ कि आज फिर दिलशाद पर आधा दर्जन लोगों ने जानलेवा हमला बोल दिया और उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया दिलशाद की हालत गंभीर बनी हुई है जिसे जिला चिकित्सालय मुजफ्फरनगर से हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया है।