सुपरवाइजर की मौत पर हत्या का आरोप

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दुर्घटना बताया

Update: 2024-05-03 08:19 GMT

मथुरा: आशियाना के सालेह नगर में सड़क किनारे घायल मिले सिक्योरिटी सुपरवाइजर की केजीएमयू ट्रामा सेंटर में मौत हो गई. शाम सुपरवाइजर दोस्तों के साथ घूमने निकला था. बेटे की मौत का पता चलने पर रिटायर इंस्पेक्टर धर्मपाल सिंह ने लूट के बाद हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए आशियाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दुर्घटना बताया है.

हजार रुपये और मोबाइल लूटा: शारदानगर रुचिखंड निवासी धर्मपाल सिंह का बेटा अजय प्रताप उर्फ राहुल सिंह (30) एक सिक्योरिटी एजेंसी में सुपरवाइजर था. शाम पांच बजे अजय दोस्तों सुरेश सिंह, हरिश्चंद्र तिवारी, शम्भू कहार, एवं नन्हा त्रिपाठी के साथ घूमने के लिए निकला था. जिसके बाद वापस नहीं लौटा. देर रात धर्मपाल सिंह को बेटे के ट्रामा सेंटर में भर्ती होने की जानकारी मिली. छानबीन करने पर पता चला कि अजय सालेह नगर के बाद खून से लथपथ मिला था. धर्मपाल का आरोप है कि अजय की हत्या उसके दोस्तों ने लूट का विरोध करने पर की है. पिता के मुताबिक अजय के पास हजार रुपये, मोबाइल फोन और अंगुठी थी. जो गायब है. सिर और चेहरे पर गहरी चोट भी थी.

पांच घंटे बाद दोस्तों ने किया फोन धर्मपाल के अनुसार शाम करीब पांच बजे बेटा घर से निकला था. रात करीब 7.30 बजे वह सालेह नगर में खून से लथपथ पड़ा मिला था. जिसके बाद अजय को उसके दोस्त इलाज के लिए पहले लोकबंधु अस्पताल ले गए थे. जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक होने पर अजय को केजीएमयू ट्रामा सेंटर रेफर किया था. धर्मपाल के मुताबिक अजय के उसके दोस्त अस्पताल ले गए थे. पर, परिवार को सूचना पांच घंटे बाद दी थी. इससे साफ है कि हत्या में दोस्तों की संलिपत्ता है.

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