कानपूर न्यूज़: डीएम के हर दिन मॉनीटरिंग करने के बावजूद नगर निगम के अफसर सुधर नहीं रहे है. वर्तमान समय में सबसे ज्यादा 36 डिफॉल्टर श्रेणी के मामले नगर निगम के हैं. लगातार तीन बार नगर निगम की वजह से जिले की रैंक खराब होने के बावजूद अफसर सुधर नहीं रहे हैं.
आधा दर्जन विभाग लगातार लापरवाही बरत रहे हैं. इससे जिले के रैंकिंग खराब हो सकती है इसलिए डीएम ने एडीएम सिटी और मजिस्ट्रेट राजेश कुमार को प्रतिदिन की मॉनीटरिंग करने के लिए तैनात किया है.
अब हर दिन मॉनीटरिंग कर लापरवाह विभागों को नोटिस भेजा जाएगा. न सुधरने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. अफसरों की लापरवाही से ही जिले की रैंकिंग यूपी में सबसे आखिरी 75वें नंबर पर पहुंच चुकी है.
वार्ड 22 हंसपुरम निवासी सौरभ तिवारी ने आईजीआरएस में स्ट्रीट लाइट खराब की शिकायत की थी. नगर निगम ने निस्तारण कर दिया, जबकि लाइट ठीक नहीं हुई. अब मामला डिफॉल्ट श्रेणी में है.
किदवई नगर के ब्लॉक निवासी शिखर बाजपेई ने सड़क खराब की शिकायत पोर्टल में की. सड़क को खोद छोड़ दी. निगम ने रिकार्ड में शिकायत को हल कर दिया. जबकि, सड़क ठीक नहीं हुई.
इन विभागों को नोटिस
नगर निगम नोडल अधिकारी, पूर्ति निरीक्षक बिल्हौर, एसीएम चतुर्थ, एसीएम पष्ठम, अधिशासी अभियंता बिजली घाटमपुर, प्रमुख अधीक्षक हैलट, सीएमओ, औषधि निरीक्षक.
विभाग शिकायतें
हर दिन आरईजीआरएस की मॉनीटरिंग हो रही है. जिले की रैंकिंग खराब करने वाले विभागों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. हर विभाग में आने वाली शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जाए. अगर शिकायतें डिफॉल्ट हुई तो कार्रवाई की जाएगी. - राजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी नगर
नगर निगम 36
ग्राम्य विकास विभाग 01
वन एवं जलवायु परिवर्तन 01
पशुपालन 01
माध्यमिक शिक्षा विभाग 01
राजस्व एवं आपदा विभाग 01
एसीएम तृतीय 01
एसीएम द्वितीय 01
विकास प्राधिकरण 01
बिजली विभाग 01