यूपी बोर्ड में एक करोड़ से ज्यादा परीक्षार्थी देंगे परीक्षा, परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा धारा 144 लागू

Update: 2023-02-15 09:48 GMT

मेरठ: वेस्ट यूपी के क्षेत्रिय बोर्ड कार्यालय के अंतर्गत आने वाले 17 जिलों में पहली बार दसवीं की परीक्षा देने जा रहे 5 लाख से अधिक परीक्षार्थियों के दिलों की घड़कने दोगुनी हो गई है। पूरे सत्र में कितनी पढ़ाई की है? इसके इम्तिहान की घड़ी आ गई है। यूपी बोर्ड परीक्षा 16 फरवरी से प्रारंभ होने जा रही है। इन 5 लाख परीक्षार्थियों का पहली बार बोर्ड परीक्षा से सामना करना होगा।

परीक्षार्थियों के साथ उनके अभिभावकों के दिलों की धड़कने भी बढ़ गई है। क्योंकि पहली बार उनके लाडले और लाडलियां बोर्ड परीक्षा में जो शामिल होने जा रहे है। यूपी बोर्ड महाकुंभ की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। अभिभावक व शिक्षकों का कहना है कि बच्चों का यदि दसवीं परीक्षा में पहला बोर्ड है तो बिल्कुल घबराए नहीं आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देनी है, वेस्ट आॅफ लक।

बता दें कि मंगलवार को यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में विकास भवन में एक बैठक संपन्न की गई। बोर्ड परीक्षा 16 फरवरी से 4 मार्च तक चलेगी। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा निष्पक्ष, निर्विवादित व नकलविहीन रूप से संपन्न कराई जाएगी। परीक्षा केंद्रों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाए जो भी कक्ष निरीक्षक परीक्षा केंद्र पर अनुपस्थित पाया जाएगा उसका वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी।

वहीं उन्होंने कहा कि कक्ष निरीक्षक यह सुनिश्चित करें कि परीक्षार्थी ने अपनी कापी में रोल नंबर व अन्य विवरण ठीक प्रकार से भरे है, उसके बाद ही कक्ष निरीक्षक अपने हस्ताक्षर करे। जिस विषय की परीक्षा होगी उस दिन उस विषय के अध्यापक की ड्यूटी न लगाई जाए। परीक्षा केंद्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि मेंं धारा 144 लागू रहेगी इसलिए परीक्षा केंद्र व उसके आसपास भीड़ इकट्ठी नहीं होनी चाहिए।

जनपद में 85761 परीक्षार्थी 105 परीक्षा केद्रों पर परीक्षा देंगे। परीक्षा के सफलता पूर्वक आयोजन के लिए जनपद में 9 जोनल, 21 सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा हर परीक्षा केंद्र पर एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि परीक्षा से पूर्व व परीक्षा के उपरांत जाम की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस विशेष सर्तकता बरते। उन्होने परीक्षा के दौरान पर्याप्त पुलिस बल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया।

किसी भी बाहरी व्यक्ति को परीक्षा केंद्र में प्रवेश न करने दिया जाए। किसी भी मीडियाबंधु को परीक्षा केंद्र के अंदर की फोटो खिचने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा में कुल 43399 परीक्षार्थी तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 42362 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। जनपद में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में कुल 85761 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। प्रत्येक केंद्र पर एक केंद्र व्यवस्थापक, एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तथा एक बाहरी मजिस्ट्रेट होगा।

तीनो की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम खोला जाएगा जिसकी एंट्री भी की जाएगी। परीक्षा के लिए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर परीक्षकों और निरीक्षकों को आदेश दे दिए गए है। वहीं संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर उड़नदस्तों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए है। क्षेत्रिय बोर्ड कार्यालय मेरठ से जुड़े मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़ और आगरा मंडल के 17 जिलों में आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा में 1600 से अधिस परीक्षा केंद्र बनाए गए है, जिन पर दसवीं और बारहवीं में जनपद में इस वर्ष 85 हजार 765 परीक्षार्थी परीक्षा देने जा रहे हैं।

450 से अधिक निरीक्षकों की रहेंगी नजर:

बोर्ड परीक्षा में जिला मेरठ में 105 केंद्रों पर करीब 450 से अधिक कक्ष निरीक्षक तैनात किए गए हैं। इनमें से करीब 3700 माध्यमिक व करीब 1400 बेसिक शिक्षा से तैनात किए जाने की बात कहीं जा रही थी।

नहीं किया गया कंट्रोल रूम संचालित

बोर्ड परीक्षा के दौरान कंट्रोल रूम की स्थापना करने की बात कही जा रही थी,लेकिन परीक्षा शुरु होने जा रही है और अभी तक कंट्रोल रुम का गठन नहीं किया गया है,जो शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को दर्शा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का नंबर 0121-2663513 और क्षेत्रिय बोर्ड कार्यालय मेरठ का दूरभाष नंबर 0121-2660742 रहेगा। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय कर दूरभाष नंबर 0121-2663448 पर सूचना दी जाएगी।

बालकों के बीच नहीं बैठेंगी बालिकाएं

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष परीक्षा कक्ष में बालिकाओं के बैठने के लिए अलग व्यवस्था की गई है। नई व्यवस्था की जानकारी देते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि बदली हुई

व्यवस्था को लेकर सभी केंद्र व्यस्थापकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है। जिनमें बालिकाओं की अगल बैठने की व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया कि परीक्षा के स यम बालकों के बीच बैठकर बालिकाएं अपने आप को असहज महसूस न करे उसके लिए यह व्यवस्था की गई है।

आवश्यक दिशा-निर्देश

कक्ष मेें 40 परीक्षार्थियों पर दो व 60 पर तीन निरीक्षक होने चाहिए।

केंद्र पर 6 सौ से अधिक परीक्षार्थी होने पर अतिरिक्त व्यवस्थापक।

परीक्षा का मुख्य द्वार खुला रहे।

समय से 15 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचे परीक्षार्थी

प्रवेश पत्र अवश्य साथ लाए।

प्रारंभ के 15 मिनट दे प्रश्नपत्र पढ़ने को।

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