Moradabad: गुस्साए परिजनों ने युवक की अर्थी थाने के सामने रखकर लगाया जाम
पुलिस ने किसी तरह समझाबुझाकर उन्हें सड़क से हटवाकर गागन मोक्षधाम पर भेजा
मुरादाबाद: पाकबड़ा थाना के रतनपुर कलां निवासी युवक की मौत के मामले में गुस्साए परिजनों ने कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए मझोला थाने के सामने अर्थी सड़क पर रखकर जाम लगा दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह समझाबुझाकर उन्हें सड़क से हटवाकर गागन मोक्षधाम पर भेजा. लेकिन परिजन एफआईआर दर्ज हुए बिना अंतिम संस्कार करने से मना कर दिए. बाद में पाकबड़ा पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर गांव के ही छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने में केस दर्ज किया. जिसके बाद परिजन युवक का अंतिम संस्कार किए.
थाना पाकबड़ा के गांव रतनपुर कला निवासी रामवीर सिंह का पुत्र अंकित (22) 29 को घर से लापता हो गया था. दोपहर उसका शव गांव के बाहर जंगल में पेड़ से लटका मिला था. पोस्टमार्टम कराके शव परिजनों को सौंप दिया. पोस्टमार्टम में फांसी पर लटकने से मौत की पुष्टि हुई. इस मामले में पिता रामवीर सिंह ने बताया कि उसके बेटे अंकित का गांव के ही लड़की से प्रेम संबंध चल रहा था. दोनों परिवार के लोग इसका विरोध करते थे. रामवीर के अनुसार उसके बेटे अंकित ने उन्हें बताया था कि लड़की के परिजन उसे लगातार परेशान कर रहे हैं. आरोप लगाया कि इन्हीं सब के कारण अंकित की मौत हुई है. अंकित के मौत के बाद दोपहर करीब साढ़े 12 बजे परिजन अर्थी लेकर अंतिम संस्कार करने गागन नदी किनारे मोक्षधाम पर जा रहे थे. लेकिन मझोला थाने के सामने पहुंचे तो थाने के सामने अर्थी रखकर जाम लगा दिया. बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं भी वहां पहुंच गईं. सभी ने आरोप लगाया कि पाकबड़ा पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. मांग की कि जब तक एफआईआर दर्ज नहीं होगी तब तक वहां से नहीं हटेंगे. सूचना पर मझोला और पाकबड़ा एसएचओ के साथ भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. मौके पर पीएसी जवानों को भी बुला लिया गया.
सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर भी मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने किसी तरह समझाबुझा कर और कार्रवाई का भरोसा देकर प्रदर्शनकारियों को थाने के सामने से उठवा कर गागन नदी किनारे मोक्षधाम पर भेज दिया. लेकिन वहां भी परिजन अंतिम संस्कार करने से मना कर दिए और कहे कि जब तक एफआईआर दर्ज नहीं होगी अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. बाद में पाकबड़ा पुलिस ने केस दर्ज कर परिजनों को उसकी कॉपी दी, जिसके बाद परिवार के लोगों ने शाम करीब छह बजे अंतिम संस्कार किया. इस दौरान पांच घंटे बाद अंत्येष्टी हो सकी. इस संबंध में एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि गुस्साए लोगों ने विरोध जताया था. उन्हें समझाबुझा कर अंतिम संस्कार करा दिया गया है. परिजनों की तहरीर पर छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है. विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.