यूपी के चुनावी नतीजों से पहले उज्जैन के मां बगलामुखी मंदिर में हुआ 'मिर्ची हवन'
चुनाव परिणाम आने से पहले उज्जैन में मिर्ची हवन किया गया.
चुनाव परिणाम आने से पहले उज्जैन में मिर्ची हवन किया गया. साधु संतों ने कहा कि कई वर्षों से मिर्ची हवन होता आ रहा है और मिर्ची हवन करने पर कभी भी असफलता नहीं मिली है. मिर्ची यज्ञ का नतीजा इतिहास के पन्नों पर दर्ज है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उज्जैन से गहरा नाता है. योगी आदित्यनाथ कई बार उज्जैन आ चुके हैं. भर्तृहरि गुफा में नाथ संप्रदाय की गद्दी पर बैठे रामनाथ महाराज बताते हैं कि गादीपति बनाए जाने के वक्त योगी आदित्यनाथ ने ही धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया था.
आदित्यनाथ की जीत के लिए उज्जैन में मिर्ची हवन
योगी आदित्यनाथ की जीत के लिए उज्जैन के मां बगलामुखी मंदिर में मिर्ची हवन किया गया है. मिर्ची हवन शत्रु पर विजय पाने का सबसे कारगर साधन है. रामनाथ महाराज के मुताबिक मिर्ची हवन के लिए योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय भी मांगा गया है. रामनाथ महाराज के मुताबिक एग्जिट पोल से भी स्पष्ट हो गया है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने जा रही है. महंत योगी रामनाथ महाराज ने पत्र में जिक्र किया है कि शत्रु पर विजय पाने के लिए पीतांबरा बगलामुखी मां की 10 विधाओं में से मिर्ची हवन आठवें स्थान पर है.साधु संतों ने बताया शुत्र पर जीत कैसे मिलती है?
साल 1962 में चीन से युद्ध विराम के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने पितांबरा सिद्ध पीठ दतिया में 11 दिन का तांत्रिक महायज्ञ करवाया था. दावा है कि नौवें दिन ही चीन ने आक्रमण रोक दिया. इसके बाद 11वें दिन अंतिम अवधि के साथ चीन ने सेना बुलवा ली थी. इसके अलावा साल 1965 और 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भी गुप्त रूप से तांत्रिक महायज्ञ और मिर्ची हवन कराया गया था. इसी तरह 1977 में चुनाव हारने के बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कांगड़ा बगलामुखी मंदिर में अनुष्ठान करवा कर साल 1980 में जीत हासिल की थी.