हाथरस-जलेसर मार्ग के चौंड़ीकरण और निर्माण की मांग को लेकर सोमवार को जिले के प्रभारी मंत्री असीम अरुण के साथ विधायक सिकंदराराऊ वीरेंद्र सिंह राना और सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात कर निवेदन पत्र सौंपा. सीएम ने लोकहित के इस कार्य को गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग को शीघ्र वित्तीय स्वीकृत करवाने के लिए निर्देशित किया.
सीएम योगी ने दिए वित्तीय स्वीकृति कराने के निर्देश
प्रभारी मंत्री के साथ विधायकों ने सीएम को बताया कि जिले में हाथरस-जलेसर एक अति जरूरी सिंगल लेन मार्ग है. यह मार्ग अत्यंत जर्जर स्थिति में है. इस लाखों नागरिकों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस मार्ग पर यातायात का दबाव अधिक होने के कारण बार-बार यह क्षतिग्रस्त होता रहता है. विधायकों ने सीएम से निवेदन किया कि यातायात के अत्यधिक दबाव को देखते हुए इस मार्ग को सात मीटर चौड़ा किए जाने की जरूरत है, ताकि इस पर यातायात सुगमता पूर्वक चलता रहे. सीएम ने लोनिवि के ऑफिसरों को वित्तीय स्वीकृति कराने के निर्देश दिए.
बारिश में भी हाथरस-जलेसर मार्ग पर अड़े रहे प्रदर्शनकारी
हाथरस-जलेसर मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर जलेसर रोड स्थित गांव भिलोखरी के चौराहे पर 27 वें दिन भी ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन और दूसरे दिन भी क्रमिक भूख स्ट्राइक जारी रही. बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारी भी अड़े रहे. इस दौरान जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव ने धरने को समर्थन दिया.
धरने को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादी क्रांतिकारी सेना के राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र सिंह सिसोदिया ने बोला हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे, जब तक गवर्नमेंट हमारी मांगें नहीं मान लेती. सड़क हमारी सामाजिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टि से बहुत जरूरी है, जो कि शिक्षा में भी एक अहम किरदार निभाती है. यह हमारा मौलिक अधिकार है. इसे पाने के लिए हम संवैधानिक ढंग से लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं. गवर्नमेंट हमारी कितनी भी परीक्षा ले ले.
दूसरे दिन क्रमिक स्ट्राइक में देवेंद्र तोमर, किशनपाल सिंह और चंद्रपाल सिंह क्रमिक भूख स्ट्राइक पर बैठे रहे. दिनेश भारद्वाज ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन हाथरस ने धरने को समर्थन दिया. हाथों पर काली पट्टी बांधकर न्यायिक कार्य से विरक्त रहने का फैसला लिया. इस मौके पर सत्यपाल सिंह सेंगर, सत्येंद्र ठाकुर, राम कुमार गौतम, अशोक परमार, प्रहलाद सिंह, विशंभर दयाल, विजेंद्रपाल शर्मा, शंकर सिंह आदि उपस्थित रहे.