Mathura: हर महीने ढाई से तीन सौ बच्चे घर से भाग रहे

बड़े पैमाने पर पकड़े जा रहे नाराज होकर घर से भागे बच्चे

Update: 2024-11-07 05:36 GMT

मथुरा: छोटी-छोटी बातों पर बच्चे घर से भाग रहे हैं. माता पिता के मोबाइल छीनने, यूट्यूब, इंस्टाग्राम देखने से रोकने से सबसे ज्यादा बच्चे घर से भाग रहे हैं. राजधानी में औसतन हर महीने ढाई से तीन सौ बच्चे घर से भाग रहे हैं. इनकी सबसे बड़ी वजह मोबाइल बना है.

माता, पिता, बड़े भाई की डांट से भी घर से किशोर किशोरी भाग रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर पड़े रहते मिले हैं या कहीं पार्कों और बस स्टेशनों पर. जब ये बच्चे न्यायालय बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किए जाते हैं तो इनके भागने की असली कहानी सामने आती है. अधिकारी बताते हैं कि 90 प्रतिशत बच्चे मौजूदा समय में मोबाइल की वजह से भाग रहे हैं.

कि बच्चों के भागने का सिलसिला पिछले दो वर्ष में काफी बढ़ा. जैसे जैसे इंटरनेट की पहुंच बढ़ रही है, बच्चे ज्यादा भाग रहे हैं. अधिकारी बताते हैं कि जब परिजन मोबाइल छीनते हैं तो वह आक्रामक हो जा रहे हैं. मोबाइल छीनने पर झगड़ने लगते हैं. इसके बाद घर से भागते हैं. औसतन 250 से 300 बच्चे हर महीने लखनऊ में ही पकड़े जा रहे हैं. पिछले तीन महीने में लखनऊ में 1294 बच्चे मिले.

माता -पिता बच्चों को नहीं दे पा रहे समय

लखनऊ विश्वविद्यालय की महिला अध्ययन संस्थान की समन्वयक मानिनी श्रीवास्तव कहती हैं कि आज बच्चों के साथ परिवार का भावनात्मक जुड़ाव कम हुआ है. माता पिता बच्चों को समय नहीं दे पा रहे हैं. थके हारे आने के बाद जब वह बच्चे के हाथ में मोबाइल देखते हैं तो उत्तेजित हो जाते हैं. इससे बच्चे आक्रामक होते हैं.

इन कारणों से भाग रहे हैं बच्चे

● माता पिता के मोबाइल चलाने पर प्रतिबंध लगाने की वजह

● मोबाइल छीन लेने से

● मम्मी पापा के फोन करते पकड़े जाने पर डांट लगाए जाने पर

● घर में डांट फटकार व पिटाई होने पर

● स्कूल से परेशान होने व होमवर्क व अन्य काम पूरा न होने पर

ठाकुरगंज की एक बच्ची को फोन पर बात करते हुए पिता ने देखा. पूछताछ के साथ उसे डांट डपट लगा दी. बच्ची भी घर से भाग गयी.

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