रामपुर। रेवड़ी कलां गांव में दहेज में कार और जनरेटर नहीं मिलने पर गुरुवार को ससुरालियों ने विवाहिता को पीटकर मारा डाला। इस मामले में मिलक एसओ ने रिपोर्ट दर्ज करने से मनाकर दिया। हालांकि पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। भोट थाना क्षेत्र के पीपल गांव निवासी मुराद अली का कहना है कि उसकी बहन रुखसार का विवाह छह साल पहले मिलक क्षेत्र के गांव रेवड़ी कलां के रहने वाले असलम के साथ हुआ था। विवाह में दिए गए दहेज से रुखसार का पति, सास व ननद खुश नहीं थे। पति असलम, सास जैतून, ननद बहारुल दहेज में कार व जनरेटर की मांग करने लगे। दहेज की मांग पूरी नहीं पर तीनों रुखसार को प्रताड़ित करते थे।
कई बार पीट कर घर से निकाल दिया था। आरोप है कि गुरुवार दोपहर असलम, जैतून व बहारुल ने रुखसार को पीटा था। चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने उसे शाहबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता ने अपनी बहन भूरी को आप बीती सुनाई। गुरुवार रात नौ बजे रुखसार ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पीड़िता के मायके वालों ने तीनों आरोपियों के खिलाफ दहेज हत्या में रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। तो पुलिस ने कार्रवाई से इनकार कर दिया। विवाहिता की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि उसकी तीन साल की बेटी और साढ़े चार साल के बेटे की देख रेख कौन करेगा। मृतका के भाई मुराद अली ने बताया कि पूर्व में रुखसार के साथ मारपीट को लेकर कई बार पंचायत हुई। फिर दहेज उत्पीड़न में पति, सास व ननद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला न्यायालय में पहुंच गया, जहां दोनों पक्षों में राजीनामा होने के बाद रुखसार को उसकी ससुराल भेज दिया था।
मृतका के भाई मुराद अली ने आरोप लगाया कि विवाह बाद से दहेज की मांग पूरा करने के लिए उसकी बहन को प्रताड़ित किया जा रहा था। असलम व उसके परिजन विवाह के सात साल बीतने की धमकी देते थे। सात साल पूरे होते ही उसने बहन की हत्या कर दी।