मॉल के कर्मचारियों को सेंटा क्लॉज की ड्रेस और टोपी ना लगाना महंगा पड़ा
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आगरा। 25 दिसंबर को क्रिसमस का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया गया। लेकिन उत्तर प्रदेश के आगर में क्रिसमस-डे पर विवाद हो गया। जहां एक मॉल के कर्मचारी को सेंटा क्लॉज की टोपी और पोशाक ना पहनना महंगा पड़ गया। कर्मचारी के ऐसा करने पर उसके मैनेजर ने उसे नौकरी से निकाल दिया। घटना का पता लगते ही योगी यूथ ब्रिगेड सेना मौके पर पहुंच गई और मॉल के बाहर जमकर हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि, इस पूरे मामले में थाना सदर पुलिस ने मॉल मैनेजर सहित 3 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, अमित कुमार आगरा के शमशाबाद रोड पर स्थित गांव दिगनेर का रहने वाला है। अमित ने बताया कि वह वी-बाज़ार मॉल में नौकरी करता है।क्रिसमस-डे पर मॉल के मैनेजर ने कहा था कि सेंटा क्लॉज की टोपी पहन लो, फोटो खींच कर कम्पनी के भेजनी है। अमित ने बताया कि उसने टोपी लगाकर फोटो खिंचवा ली और फिर टोपी को उतार कर नीचे रख दिया।
कुछ समय बाद मैनेजर उसके पास और टोपी लगाने को कहने लगा, जिसका उसने विरोध किया। बस इसी बात को लेकर विवाद हो गया जिसको देखकर स्थानीय मैनेजर भी मौके पर आए गए युवक को बिना तनख्वाह के नौकरी से बाहर निकाल दिया। इस मामले में एसीपी सदर अर्चना सिंह का कहना है कि उन्हें इस घटना की सूचना मिली थी। वी-बाज़ार मॉल के मैनेजर समेत 3 लोगों पर बिना तनख्वाह के नौकरी से निकालने और अभद्रता करने का आरोप लगा है। पुलिस ने मॉल मैनेजर समेत 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले में आगे की जांच की जा रही है। पीड़ित अमित कुमार ने बताया कि हम हिंदू हैं और हम सेंटा क्लॉज की टोपी नहीं लगाते है, लेकिन जब फोटो खिंचवाने के लिए कहा गया तो हमने उस समय टोपी पहनी हुई थी। इसके बाद हमने टोपी को उतार दिया लेकिन मैनेजर के द्वारा हम पर टोपी पहनने का दबाव बनाया गया, जिसके मैंने सीधा विरोध किया। वहीं जब इस मामले का पता योगी यूथ ब्रिगेड सेना को लगा तो सेना के कार्यकर्त्ता मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर मैनेजर समेत 3 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करने लगे।