Lucknow: गोमती नदी में अनजान किशोरी को बचाने में युवक ने दी अपनी जान

Update: 2024-06-25 10:29 GMT

लखनऊ: पक्के पुल से रात करीब 2.30 बजे गोमती नदी में जान देने के इरादे से कूदी किशोरी को बचाने में ई-रिक्शा चालक ने जान कुर्बान कर दी. किशोरी तो बच गई लेकिन ई-रिक्शा चालक की लाश मिली. युवक को तैरना नहीं आता था, इसके बावजूद अनजान किशोरी को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी. गहराई का अंदाजा नहीं होने के कारण युवक अपनी जान नहीं बचा सका.

मां की डांट से नाराज होकर किशोरी घर छोड़ कर निकली थी. उसे तलाशते हुए पिता भी पीछे आ रहे थे. जिन्हें करीब आते देख किशोरी पक्के पुल की रेलिंग पर चढ़ कर नदी में कूद गई. पुल पर भीड़ लगी देख ई-रिक्शा ड्राइवर ने पूछताछ की. किशोरी को बचाने के लिए वह भी नदी में उतर गया. अंधेरा के कारण ड्राइवर को गहराई का अंदाजा नहीं हो सका. जिसके चलते वह नदी में डूब गया.

तैरना नहीं आता था, लगा दी छलांग किशोरी के नदी में कूदने के कुछ देर बाद ही निराला नगर निवासी ई-रिक्शा ड्राइवर शादाब (25) भी पक्के पुल पर पहुंचा. भीड़ लगी देख वह पूछताछ करने लगा. घटना की जानकारी पर उसने तुरंत शर्ट उतारी और नदी में छलांग लगा दी. किशोरी को बचाने के इरादे से कूदा शादाब नदी में डूब गया. पुलिस ने गोताखोर रामलखन को नदी में कूदी किशोरी और उसे बचाने के लिए कूदे युवक को तलाशने के लिए बुलाया. गोताखोर के मुताबिक किशोरी कम गहराई की तरफ थी. जिसे बाहर निकाल लिया. वहीं, युवक को तलाशने के लिए काफी देर प्रयास करने पड़ा. जिसके बाद शादाब का शव भी नदी से बाहर निकाला गया. बहनोई शारिक के मुताबिक शादाब को तैरना नहीं आता था. सुबह बहनोई शारिक को पुलिस ने फोन कर हादसे की जानकारी दी. जिसके बाद शारिक रिश्तेदारों के साथ पहुंचे. उन्होंने काफी देर तक सास शबा से शादाब के नदी में डूबने की बात छिपाए रखी. मां शबा को शक हो गया. वह बेटे के बारे में पूछताछ करने लगी. इस बीच किसी रिश्तेदार से उन्हें शादाब के गोमती में डूबने की जानकारी हुई.

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