Lucknow: मैनपुरी की करहल से उपचुनाव लड़ेंगे तेज प्रताप यादव
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव का ऐलान
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) ने आगामी करहल विधानसभा उपचुनाव के लिए तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार घोषित किया है। सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने इस निर्णय की घोषणा करते हुए कहा कि तेज प्रताप यादव पार्टी के एक अनुशासित कार्यकर्ता हैं और इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप यादव राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दामाद भी हैं। करहल क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से उनकी सक्रियता राजनीतिक चर्चाओं का विषय रही है, जिससे उनकी उम्मीदवारी की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी। इस घोषणा के साथ सपा ने अपनी विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों को और गति दी है, खासकर लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद।
करहल विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी, जिससे इस सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी। सपा ने इस सीट पर यादव परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य तेज प्रताप यादव को चुनावी मैदान में उतारकर मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। करहल सीट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने भाजपा के उम्मीदवार प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल को बड़े अंतर से हराया था। उस चुनाव में अखिलेश यादव को 120,284 वोट मिले थे, जबकि एसपी सिंह बघेल को 59,869 वोट मिले थे, जिससे अखिलेश यादव की एकतरफा जीत हुई थी। अब, तेज प्रताप यादव की उम्मीदवारी ने इस चुनावी क्षेत्र में सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है।
सपा सांसद डिंपल यादव ने करहल विधानसभा उपचुनाव में पार्टी की जीत का दावा करते हुए कहा कि जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और वे अब वास्तविक मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों में पूरी तरह से जुटी हुई है और पार्टी को इस बार भी बेहतरीन परिणाम मिलने की उम्मीद है।
डिंपल यादव ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता यह तय करेंगे कि किस पार्टी को कौन सी सीट मिलेगी। उन्होंने अयोध्या का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां की जनता ने समाजवादी पार्टी को जिताने का काम किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि लोग धर्म को राजनीति से अलग रखते हुए वास्तविक मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि करहल में भी जनता इसी सोच के साथ परिवर्तन लाने का काम करेगी।
गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, कुंदरकी, करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, सीसामऊ, मझवां, और फूलपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। इनमें से नौ सीटें उन विधायकों के सांसद बनने के बाद खाली हुई हैं, जबकि एक सीट (सीसामऊ) समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने के कारण रिक्त हुई है।
इन उपचुनावों में विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है, खासकर सपा, जो अपनी हाल की जीतों के आधार पर इन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।