Lucknow: चारू मजूमदार के शहादत दिवस पर संकल्प सभा

Update: 2024-07-28 10:55 GMT
Lucknow लखनऊ। भाकपा माले के संस्थापक महासचिव कामरेड चारू मजूमदार (सीएम) के 52 वें शहादत दिवस दिवस तथा माले के पुनर्गठन की 50 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज लखनऊ में लेनिन पुस्तक केंद्र में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता थे जसम उत्तर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष कौशल किशोर। उन्होंने भारत के क्रांतिकारी आंदोलन और उसकी परंपरा तथा सीएम की भूमिका की विस्तार से चर्चा की। कौशल किशोर का कहना था कि सीएम नक्सलबाड़ी आंदोलन के मुख्य सिद्धांतकार थे। उन्होंने क्रांतिकारी पार्टी भाकपा-माले का निर्माण किया। इससे भारत में आजादी के बाद मुक्ति के विमर्श को दिशा मिली जिसके केंद्र में समाज के सबसे शोषित-पीड़ित-दमित वर्ग है। शासक वर्ग के भारी दमन और सीएम की शहादत के बाद इस धारा को भारी धक्का लगा। लेकिन सीएम की शहादत के दो साल बाद क्रांतिकारी वामपंथ की यह धारा पुनर्गठित हुई। आज उसकी पचासवीं वर्षगांठ है।
कौशल किशोर का आगे कहना था की क्रांतिकारी वामपंथ आज फासीवाद विरोध के वैचारिक केंद्र के रूप में सक्रिय है बल्कि वह फासीवाद विरोधी लोकतांत्रिक मोर्चे की अग्रणी ताकत है। फासीवाद संसद के रास्ते आता जरूर है लेकिन वह जाएगा सड़क के संघर्ष से। वामपंथ इसकी धुरी है । इसके सुदृढ़ होने से ही इंडिया गठबंधन को दिशा मिलेगी। इस संघर्ष को आगे बढ़ाना ही सीएम के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कौशल किशोर ने उन्हें इन पंक्तियों से याद किया 'वे दर्ज होंगे इतिहास में /पर मिलेंगे हमेशा वर्तमान में /लड़ते हुए /और यह कहते हुए कि /स्वप्न अभी अधूरा है'।
संकल्प सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के जिला प्रभारी का. रमेश सिंह सेंगर ने कहा कि फासीवादी हमले से देश को बचाने के लिए पार्टी ने 2014 में भाजपा के भारी बहुमत से सत्ता में पहुंचने के बाद से ही परस्थितियों का सही मूल्यांकन करते हुए फासीवादी ताकतों से देश को बचाने के लिए पार्टी को मजबूत करने की अपील के साथ साथ भाजपा विरोधी शक्तियों को एक मंच पर आने का काम किया। उन्होंने कहा कि इण्डिया गठबंधन ने भाजपा को उत्तर प्रदेश में, जो सांप्रदायिक फासीवाद की प्रयोग स्थली है, को मात देकर कमज़ोर कर दिया और पूर्ण बहुमत में आने से रोक दिया। का. सेंगर का आगे कहना था कि हमें
उत्तर प्रदेश
की राजधानी लखनऊ में योगी के बुलडोजर राज पर लगाम लगाने के लिए पूरी ताकत के साथ जुट कर पार्टी संगठन और आंदोलन को मज़बूत करना होगा।
इस मौके पर जसम लखनऊ के कार्यकारी अध्यक्ष असगर मेहदी, जिला सचिव फरजाना महदी, एक्टू के मधुसूदन मगन और आर वाई ए के प्रदेश सह सचिव का. राजीव गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इनका कहना था कि मोदी सरकार के पक्ष में जनादेश न आने से वह बौखलाई है। भाजपा की लोकसभा में सीटें कम हुई हैं लेकिन एन डी ए के सहयोग से उसने सत्ता पर कब्जा किया। उसका आचरण पूरी तरह से फासीवादी है। कारपोरेट के पक्ष में नीतियां हैं। जनता पर पूरवर्ती कार्यकाल की भांति ही हमले जारी हैं। हत्यारी भीड़ और दंगाई गिरोह फिर से सड़कों पर घूम रहे हैं। हिंसा और विभाजन का चक्र शुरू हो गया है। कार्यक्रम का समापन जन संस्कृति मंच लखनऊ के सह सचिव कलीम ख़ान के कविता पाठ से हुआ जिसमें वे कहते हैं - 'फासीवाद की कोई शब्दावली नहीं होती/कोई आदेश नहीं होता/सब अपने आप चलता है/सारा देश जलता है'।
रमेश सिंह सेंगर
लखनऊ जिला प्रभारी
भाकपा (माले)
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