Lucknow: मेडिकल छात्रों के अंग्रेजी ज्ञान का बनेगा डाटा
नेशनल मेडिकल कमीशन ने सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों को यह निर्देश दिया
लखनऊ: जीएसवीएम और लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ सहित सभी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएमस में प्रवेश लेने वाले छात्रों के अंग्रेजी ज्ञान का डाटा तैयार होगा. नेशनल मेडिकल कमीशन ने सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों को यह निर्देश दिया है. इसके साथ ही छात्रों को 12वीं में मिले अंक की जानकारी भी मांगी गई है. मेडिकल कॉलेजों को आठ तक यह जानकारी देनी है. एनएमसी की तरफ से सभी मेडिकल कॉलेजों को इसका फॉर्मेट भेजा गया है. मेडिकल कॉलेजों से कहा गया है कि वह प्रथम वर्ष के छात्रों के 12वीं में अंग्रेजी के नंबर वाली जानकारी ऑनलाइन भेजें. पूरे देश में सभी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने वाले छात्रों का एक साथ डाटा तैयार किया जायेगा. एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से नेशनल मेडिकल कमीशन को यह जानकारी भेजी जा रही है.
रोल नंबर की देनी है जानकारी मेडिकल कॉलेजों को दाखिला लेने वाले सभी छात्रों के नीट के रोल नंबर, रैंक और जन्मतिथि की भी जानकारी देनी है. छात्र को 12वीं में विज्ञान संकाय में कितने अंक मिले और नीट में कितने अंक मिले, इसका डाटा भी नेशनल मेडिकल कमीशन तैयार करेगा.
नामांकन को लेकर भी दिए निर्देश: एनएमसी ने एमबीबीएस में नामांकन के बारे में भी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिए हैं. कॉलेजों को कहा है कि छात्रों का दाखिला 50 पर्सेंटाइल और इससे अधिक अंक पर होगा. इसके अलावा दिव्यांग छात्रों को 45 पर्सेंटाइल और इससे अधिक और आरक्षित श्रेणी के छात्रों को 40 पर्सेंटाइल या इससे अधिक अंक पर होगा. दाखिला लेने वाले छात्र की उम्र 31 दिसंबर से पहले 17 वर्ष होनी चाहिए.
पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है उद्देश्य: एनएमसी ने एक ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी एमबीबीएस प्रवेश प्रक्रियाएं निर्धारित मानकों के अनुसार हों और मेडिकल एजुकेशन में पारदर्शिता को प्रोत्साहित किया जा सके. मेडिकल कॉलेजों को की जानकारी अपलोड करनी है.