Lucknow: कैंसर अस्पताल के कूलर हैं खराब, पंखों ने भी दे दिया जवाब

वार्डों में भर्ती मरीजों के लिए जेके कैंसर संस्थान में कोई खास इंतजाम नहीं हैं

Update: 2024-06-03 04:25 GMT

लखनऊ: प्रदेश के सबसे पुराने कैंसर अस्पताल की लचर व्यवस्था से मरीजों पर दोहरी मार पड़ रही है. वार्डों में भर्ती मरीजों के लिए जेके कैंसर संस्थान में कोई खास इंतजाम नहीं हैं. गर्मी से राहत के लिए सिर्फ पंखे लगे हैं, लेकिन वह सिर्फ खानापूरी के लिए हैं. आग उगल रहे सूरज की गर्मी के कारण यहां के वार्ड भट्टी सरीखे तप रहे हैं. हैरत है कि कई कूलर व पंखे खराब पड़े हैं. भीषण गर्मी के बावजूद अस्पताल प्रशासन इन्हें ठीक कराने के प्रति गंभीर नहीं है. मरीजों का कहना है कि गर्मी से हालत और भी खराब हो रही है. समस्या बताने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

मजबूरी में खरीदना पड़ा पंखा अस्पताल के वार्डों में कई बेड के पास पंखे लगे दिखे. वार्ड व 36 में मरीज सुनीता व ब्रजभूषण ने बताया कि गर्मी में वार्ड तप रहे हैं. बेड के ऊपर जो पंखे लगे हैं, वह पुराने होने के कारण हवा कम देते हैं. इस वजह से गर्मी के कारण हालत और खराब हो रही है इसलिए मजबूरी में पंखे खरीद कर लाने पड़ रहे हैं.

अस्पताल के वार्ड एक तरफ गर्मी के कारण उबल रहे हैं. वहीं गलियारों में कई खराब कूलर खड़े मिले. कुछ जगह छत वाले पंखे ही नहीं दिखे. उनकी सिर्फ छड़ दिखी, जबकि पंखा गायब मिला. इनको बनवाने की तरफ अस्पताल की ओर से कोई पहल अब तक नहीं की गई. इतनी भीषण गर्मी में यदि ऐसे हालात रहे तो आने वाले दिनों में मरीजों को भारी दिक्कत हो सकती है.

तीमारदार तक हुए बीमार: वार्डों में गर्मी की वजह से कई तीमारदार तक बीमार हो चुके हैं. उन्हें भी दवा देनी पड़ी. तीमारदार सुरेश कुमार, इरफान अली कहते हैं कि यहां गर्मी के कारण हाल खराब है. तीमारदारों को आमतौर पर सिर दर्द, उल्टी की दिक्कत हो रही है.

अस्पताल में खराब कूलर व पंखों के मरम्मत के तुरंत निर्देश दिए जाएंगे. मरीजों की सुविधा का ख्याल हमें भी है. किसी भी हाल में बाहर से पंखा नहीं लाने दिया जाएगा. जिन मरीजों ने बाहर से पंखा लाकर रखा है, उन्हें हटाया जाएगा.

-डॉ. एसएन प्रसाद, निदेशक, जेके कैंसर संस्थान

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