Lucknow शहर की हवा भारी वाहन-गाड़ियों से जहरीली हुई
बड़ी संख्या में लोग दैनिक कार्यों व दफ्तर के लिए निकलते हैं
लखनऊ: शहर में वायु प्रदूषण का स्तर नीचे नहीं आ रहा है. भी यह यलो जोन में रहा. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इसकी वजह जानने के लिए लगातार अध्ययन कर रहा है. इसके मुताबिक ट्रांस गोमती के कई इलाकों में सुबह एक्यूआई बढ़ रहा है. इसकी वजह बड़ी संख्या में लोग दैनिक कार्यों व दफ्तर के लिए निकलते हैं. चौराहों पर ट्रैफिक रुकता है तो एक साथ स्टार्ट वाहनों के कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से ऊपर बढ़ता है.
वहीं, तालकटोरा में प्रदूषण का स्तर रात में खतरनाक हो जा रहा है. इसकी वजह भारी वाहन हैं जो रात के समय फैक्ट्रियों तक पहुंचते हैं.
● बीते 24 घंटों के दौरान तालकटोरा ऑरेंज जोन में रहा. यहां का एक्यूआई 261 दर्ज किया गया. प्रदूषण का स्तर रात 12 से सुबह 6 बजे तक सबसे ज्यादा रहा
● लालबाग में एक्यूआई 260 रहा. यह भी ऑरेंज जोन में रहा. प्रदूषण का स्तर रात 12 से 1 ज्य
● इन्दिरा नगर में एक्यूआई 111 रहा. यलो जोन में रहे इस इलाके का प्रदूषण सुबह 6 से 10 बजे के बीच सर्वाधिक दर्ज किया गया
● अलीगंज का एक्यूआई 283 रहा. यहां प्रदूषण का स्तर रात 12 से सुबह 3 बजे, फिर सुबह नौ से दिन के 3 बजे तक सबसे ज्यादा रहा
● गोमती नगर का एक्यूआई 130 रहा. यहां सुबह 9 बजे प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहा.
● आशियाना 97 एक्यूआई के साथ ग्रीन जोन में रहा लेकिन सुबह 8 से 9 बजे प्रदूषण स्तर ऊपर चढ़ा
बोर्ड का सुझाव
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी उमेश शुक्ला के अनुसार 15 चौराहों पर व्यस्त समय ट्रैफिक सिग्नल यलो मोड पर रखेंगे. इससे वाहन रुकेंगे नहीं तो प्रदूषण नहीं बढ़ेगा.
प्रदूषण बढ़ने का कारण
यूपीपसीबी के अनुसार सबसे ज्यादा प्रदूषण पीएम 2.5 के कारण बढ़ा. यह स्तर धुएं की अधिकता से बढ़ता है. रात 11 बजे के बाद ट्रकों की एंट्री और सुबह दफ्तर की भीड़ से ट्रैफिक प्रदूषण बढ़ा.