मेरठ न्यूज़: खाड़ी देशों में जाने वाले कामगार लोगों के लिए पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की अनिवार्यता इसी साल अगस्त से लागू की गई थी। इसके बाद पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट कराने के लिए लगातार पासपोर्ट विभाग में आवेदकों की भीड़ बढ़ रही है। विदेश जाने के लिए पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) कराना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। पासपोर्ट विभाग के प्रयास भी इसके लिए कम पड़ रहे हैं। अवकाश के दिन भी दफ्तर खोले जा रहे हैं और उस दिन का अप्वाइंटमेंट भी ग्राहकों को दिया जा रहा है। इस पर भी पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट के लिए वेटिंग अब फरवरी तक पहुंच गई है। बता दें कि खाड़ी देशों में जाने वाले कामगार लोगों के लिए पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की अनिवार्यता इसी साल अगस्त से लागू की गई थी। इसके बाद मेरठ पासपोर्ट आॅफिस में आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ गई है और उनको सत्यापन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। मेरठ पासपोर्ट कार्यालय के अनुसार मेरठ में सत्यापन कराने वाले लोगों को पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट कराने के लिए गाजियाबाद जाना पड़ रहा हैं,
जिसकी वजह से लगातार पासपोर्ट विभाग में आवेदकों की भीड़ बढ़ रही है। अब तक दो से ढाई महीने की वेटिंग चल रही थी। पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की वेटिंग नए पासपोर्ट बनाने से अधिक हो रही है। अब तीन फरवरी, 2023 तक पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट के लिए आनलाइन अप्वाइंटमेंट मिल रहा है, जबकि नए पासपोर्ट बनवाने के लिए नार्मल कोटे का अप्वाइंटमेंट 16 दिसंबर और तत्काल कोटे का 30 नवंबर तक फुल हो गया है। विदेश मंत्रालय ने जहां पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) में पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट की क्षमता बढ़ा दी है वहीं, अब पोस्ट आफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) में भी पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट के अप्वाइंटमेंट शुरू करने के निर्देश दिए गए है। प्रवर डाक अद्यीक्षक अनुराग निखारे ने बातया कि गाजियाबाद पासपोर्ट आॅफिस से इस संबंध में वार्ता की जाएगी। अभी तो लाइन लंबी लग रही है।